Shri Ram Bhajan

नाम त्रय अस्त्र मन्त्र (Nama Traya Astra Mantra)


नाम त्रय अस्त्र मन्त्र
अच्युताय गोविन्दाय अनंताय ।
ॐ अच्युताय नमः ॥
ॐ गोविन्दाय नमः ॥
ॐ अनंताय नमः ॥

अग्नि पुराण में शक्तिशाली मंत्र का उल्लेख है जो सभी रोगों के लिए एक प्रभावी माना गया है। इस मंत्र का जाप विश्वास और भक्ति के साथ किया जाए, तो सभी रोगों को दूर किया जा सकता है।

अथर्व मंत्र:
अच्युताय नमः जो कभी चुय्त नहीं होते।
गोविन्दाय नमः जिनकी सत्ता से इन्द्रियाँ विचरण करती हैं।
अनंताय नमः जिसकी सत्ता से शक्ति, सामर्थ्य व कृपा का कोई अंत नहीं।

Nama Traya Astra Mantra in English

The Agni Purana mentions a powerful mantra which is supposed to be an effective cure for all diseases.
यह भी जानें

Mantra Shri Vishnu MantraNarayan MantraMangalam MantraDaily MantraNitya MantraMorning Mantra

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मंत्र ›

श्री चण्डी-ध्वज स्तोत्रम्

धन राज्य सुख देने वाला माँ चण्डिका का स्तोत्र। ॐ श्रीं नमो जगत्प्रतिष्ठायै देव्यै भूत्त्यै नमो नमः । परमानन्दरुपिण्यै नित्यायै सततं नमः॥१॥

महामाय़ा अष्टकम्

भद्रकाळी बिश्बमाता जगत्स्रोत कारिणी, शिबपत्नी पापहर्त्री सर्वभूत तारिणी, स्कन्दमाता शिवा शिवा सर्वसृष्टि धारिणी, नमः नमः महामाय़ा ! हिमाळय-नन्दिनी ॥ १

दुर्गा सप्तशती सिद्ध सम्पुट मंत्र

दुर्गा सप्तशती के 30 सिद्ध सम्पुट मंत्र, विपत्ति-नाश, भय-नाश, रोग-नाश, महामारी-नाश, लक्षणा पत्‍‌नी, पापनाश के लिये..

श्री दुर्गा देवी स्तोत्रम्

श्री युधिष्ठिर विरचितं | श्रीगणेशाय नमः । श्री दुर्गायै नमः । नगरांत प्रवेशले पंडुनंदन । तो देखिले दुर्गास्थान । धर्मराज करी स्तवन । जगदंबेचे तेधवा ॥

श्री दुर्गा मानस पूजा

उद्यच्चन्दनकुङ्कुमारुणपयोधाराभिराप्लावितां, नानानर्घ्यमणिप्रवालघटितां दत्तां गृहाणाम्बिके।, आमृष्टां सुरसुन्दरीभिरभितो हस्ताम्बुजैर्भक्तितो, मातः सुन्दरि भक्तकल्पलतिके श्रीपादुकामादरात्॥1॥

देवी अथर्वशीर्षम्

ॐ सर्वे वै देवा देवीमुपतस्थुः कासि त्वं महादेवीति॥1॥ साब्रवीत् - अहं ब्रह्मस्वरूपिणी। मत्तः प्रकृतिपुरुषात्मकं जगत्। शून्यं चाशून्यं च॥2॥

विष्णु सहस्रनाम: M.S.Subbulakshmi

भगवान श्री विष्णु के 1000 नाम! विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने वाले व्यक्ति को यश, सुख, ऐश्वर्य, संपन्नता...

Durga Chalisa - Durga Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP