Shri Krishna Bhajan
गूगल पर भक्ति भारत को अपना प्रीफ़र्ड सोर्स बनाएँ

जो भी होता है, अच्छे के लिए होता है - प्रेरक कहानी (Jo Bhi Hota Hai, Achchhe Ke Lie Hota Hai)


Add To Favorites Change Font Size
एक दिन के भगवान | भगवान की योजना:
एक बार भगवान से उनका सेवक कहता है, भगवान: आप एक जगह खड़े-खड़े थक गये होंगे, एक दिन के लिए मैं आपकी जगह मूर्ति बनकर खड़ा हो जाता हूँ, आप मेरा रूप धारण कर घूम आओ।
भगवान मान जाते हैं, लेकिन शर्त रखते हैं कि जो भी लोग प्रार्थना करने आयें, तुम बस उनकी प्रार्थना सुन लेना कुछ बोलना नहीं, मैंने उन सभी के लिए योजना बना कर रखी है। सेवक मान जाता है।

सबसे पहले मंदिर में एक व्यापारी आता है और कहता है, भगवान मैंने एक नया कारखाना डाला है, उसे खूब सफल करना। वह माथा टेकता है, तो उसका बटुआ नीचे गिर जाता है। वह बिना बटुआ लिये ही चला जाता है।

सेवक बेचैन हो जाता है। वह सोचता है कि रोक कर उसे बताये कि उसका पर्स गिर गया है, लेकिन शर्त की वजह से वह नहीं कह पाता।

इसके बाद एक गरीब आदमी आता है और भगवान को कहता है कि घर में खाने को कुछ भी नहीं है, हमारी मदद करो।

तभी उसकी नजर बटुए पर पड़ती है। वह भगवान का शुक्रिया अदा करता है और वह बटुआ लेकर चला जाता है।

अब तीसरा व्यक्ति आता है, वह नाविक होता है। वह भगवान से कहता है कि मैं 15 दिनों के लिए जहाज लेकर समुद्र की यात्रा पर जा रहा हूँ, यात्रा में कोई अड़चन न आये भगवान !!

तभी पीछे से व्यापारी पुलिस के साथ आता है और कहता है कि मेरे बाद ये नाविक आया है और इसी ने मेरा बटुआ चुराया है।

पुलिस नाविक को ले कर जा रही होती है तभी सेवक बोल पड़ता है कि बटुआ गरीब आदमी ने चुराया है। सेवक के कहने पर उस गरीब आदमी को पकड़ कर जेल में बंद कर दिया गया।

रात को भगवान आते हैं, तो सेवक खुशी-खुशी पूरा किस्सा बताता है। भगवान कहते हैं, तुमने किसी का काम बनाया नहीं, बल्कि बिगाड़ा है।

वह व्यापारी गलत धंधे करता है, अगर उसका बटुआ गिर भी गया, तो उसे फर्क नहीं पड़ता। इससे उसके पाप ही कम होते, क्योंकि वह बटुआ गरीब इंसान को मिला था। बटुए के मिलने पर उसके बच्चे भूखों नहीं मरते।

रही बात नाविक की, तो वह जिस यात्रा पर जा रहा था, वहाँ तूफान आनेवाला था, अगर वह जेल में रहता, तो उसकी जान बच जाती, उसकी पत्नी विधवा होने से बच जाती, पर तुमने सब गड़बड़ कर दी।

कई बार हमारे जीवन में भी ऐसी समस्याएँ आती है, जब हमें लगता है कि ये मेरे साथ ही क्यों हुआ लेकिन इसके पीछे भगवान की योजना होती है। इस कहानी को याद करना और सोचना कि जो भी होता है, अच्छे के लिए होता है l
यह भी जानें

Prerak-kahani Ek Din Ke Bhagwan Prerak-kahaniVyapari Prerak-kahaniGareev Prerak-kahaniNavik Prerak-kahaniVatua Prerak-kahaniChor Prerak-kahani

अगर आपको यह prerak-kahani पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस prerak-kahani को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

Latest Prerak-kahani ›

सत्कर्मों में सदैव आस्था रखें - प्रेरक कहानी

एक नदी के तट पर एक शिव मंदिर था, एक पंडितजी और एक चोर प्रतिदिन अपनी-अपनी आस्था के अनुरूप मंदिर आया करते थे।

कर्ण को ही सबसे बड़ा दानी क्यों कहते हैं? - प्रेरक कहानी

एक बार की बात है कि श्री कृष्ण और अर्जुन कहीं जा रहे थे। रास्ते में अर्जुन ने श्री कृष्ण से पूछा कि प्रभु: एक जिज्ञासा है मेरे मन में, अगर आज्ञा हो तो पूछूँ..

अपने शिल्पकार को पहचाने - प्रेरक कहानी

शिल्पकार ने थैले से छेनी-हथौड़ी निकालकर उसे तराशने के लिए जैसे ही पहली चोट की.. पत्थर जोर से चिल्ला पड़ा: उफ मुझे मत मारो।

महाभारत के युद्ध में भोजन प्रबंधन

आर्यावर्त के समस्त राजा या तो कौरव अथवा पांडव के पक्ष में खड़े दिख रहे थे। श्रीबलराम और रुक्मी ये दो ही व्यक्ति ऐसे थे जिन्होंने इस युद्ध में भाग नहीं लिया।

जगन्नाथ जी का खिचड़ी भोग - सत्य कथा

कर्मा बाई जी, जगन्नाथ पुरी में रहती थी और भगवान को बचपन से ही पुत्र रूप में भजती थीं।

ईर्ष्यालु व्यक्ति, किसी को सुखी-संपन्न नहीं देख सकता है - प्रेरक कहानी

ईर्ष्यालु व्यक्ति की प्रकृति यही होती है कि वह दूसरों को सुखी-संपन्न देखकर उनके जैसा उन्नत, संपन्न और सुखी होने की प्रेरणा ग्रहण नहीं करता...

तीन गुरु चोर, कुत्ता और छोटा बच्चा - प्रेरक कहानी

एक दिन एक शिष्य ने महंत से सवाल किया, स्वामीजी आपके गुरु कौन है? मेरे हजारो गुरु हैं! लेकिन फिर भी मै अपने तीन गुरुओ के बारे मे तुम्हे जरुर बताऊंगा...

Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP