Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel
Hanuman Chalisa - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Hanuman Chalisa - Durga Chalisa -

जो भी होता है, अच्छे के लिए होता है - प्रेरक कहानी (Jo Bhi Hota Hai, Achchhe Ke Lie Hota Hai)


Add To Favorites Change Font Size
एक दिन के भगवान | भगवान की योजना:
एक बार भगवान से उनका सेवक कहता है, भगवान: आप एक जगह खड़े-खड़े थक गये होंगे, एक दिन के लिए मैं आपकी जगह मूर्ति बनकर खड़ा हो जाता हूँ, आप मेरा रूप धारण कर घूम आओ।
भगवान मान जाते हैं, लेकिन शर्त रखते हैं कि जो भी लोग प्रार्थना करने आयें, तुम बस उनकी प्रार्थना सुन लेना कुछ बोलना नहीं, मैंने उन सभी के लिए योजना बना कर रखी है। सेवक मान जाता है।

सबसे पहले मंदिर में एक व्यापारी आता है और कहता है, भगवान मैंने एक नया कारखाना डाला है, उसे खूब सफल करना। वह माथा टेकता है, तो उसका बटुआ नीचे गिर जाता है। वह बिना बटुआ लिये ही चला जाता है।

सेवक बेचैन हो जाता है। वह सोचता है कि रोक कर उसे बताये कि उसका पर्स गिर गया है, लेकिन शर्त की वजह से वह नहीं कह पाता।

इसके बाद एक गरीब आदमी आता है और भगवान को कहता है कि घर में खाने को कुछ भी नहीं है, हमारी मदद करो।

तभी उसकी नजर बटुए पर पड़ती है। वह भगवान का शुक्रिया अदा करता है और वह बटुआ लेकर चला जाता है।

अब तीसरा व्यक्ति आता है, वह नाविक होता है। वह भगवान से कहता है कि मैं 15 दिनों के लिए जहाज लेकर समुद्र की यात्रा पर जा रहा हूँ, यात्रा में कोई अड़चन न आये भगवान !!

तभी पीछे से व्यापारी पुलिस के साथ आता है और कहता है कि मेरे बाद ये नाविक आया है और इसी ने मेरा बटुआ चुराया है।

पुलिस नाविक को ले कर जा रही होती है तभी सेवक बोल पड़ता है कि बटुआ गरीब आदमी ने चुराया है। सेवक के कहने पर उस गरीब आदमी को पकड़ कर जेल में बंद कर दिया गया।

रात को भगवान आते हैं, तो सेवक खुशी-खुशी पूरा किस्सा बताता है। भगवान कहते हैं, तुमने किसी का काम बनाया नहीं, बल्कि बिगाड़ा है।

वह व्यापारी गलत धंधे करता है, अगर उसका बटुआ गिर भी गया, तो उसे फर्क नहीं पड़ता। इससे उसके पाप ही कम होते, क्योंकि वह बटुआ गरीब इंसान को मिला था। बटुए के मिलने पर उसके बच्चे भूखों नहीं मरते।

रही बात नाविक की, तो वह जिस यात्रा पर जा रहा था, वहाँ तूफान आनेवाला था, अगर वह जेल में रहता, तो उसकी जान बच जाती, उसकी पत्नी विधवा होने से बच जाती, पर तुमने सब गड़बड़ कर दी।

कई बार हमारे जीवन में भी ऐसी समस्याएँ आती है, जब हमें लगता है कि ये मेरे साथ ही क्यों हुआ लेकिन इसके पीछे भगवान की योजना होती है। इस कहानी को याद करना और सोचना कि जो भी होता है, अच्छे के लिए होता है l
यह भी जानें

Prerak-kahani Ek Din Ke Bhagwan Prerak-kahaniVyapari Prerak-kahaniGareev Prerak-kahaniNavik Prerak-kahaniVatua Prerak-kahaniChor Prerak-kahani

अगर आपको यह prerak-kahani पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस prerak-kahani को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

गोस्वामी तुलसीदास की श्री हनुमान जी से भेंट - सत्य कथा

गोस्वामी तुलसीदास द्वारा श्री हनुमान जी के दर्शन: गोस्वामी जी काशी मे प्रह्लाद घाटपर प्रतिदिन वाल्मीकीय रामायण की कथा सुनने जाया करतेे थे।..

कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी

प्रेरक कहानी: कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता फिर भी नाम जपने के लिये बैठ जाते है, क्या उसका भी कोई फल मिलता है?

नारद मुनि भगवान श्रीराम के द्वार पर पहुँचे

एक बार की बात है, वीणा बजाते हुए नारद मुनि भगवान श्रीराम के द्वार पर पहुँचे। नारायण नारायण !! नारदजी ने देखा कि द्वार पर हनुमान जी पहरा दे रहे है। हनुमान जी ने पूछा: नारद मुनि! कहाँ जा रहे हो?

सिय राम मय सब जग जानी - प्रेरक कहानी

अरे महात्मा जी, इस रास्ते से मत जाइये आगे एक बैल गुस्से में लोगों को मारता हुआ घूम रहा है। और आपने तो लाल वस्त्र भी पहन रखे हैं...

हनुमानजी की उपासना से आयु वृद्धि होती है - प्रेरक कहानी

चित्रकूटके घाट पर, भइ संतन की भीर । तुलसिदास चंदन घिसें, तिलक देन रघुबीर ॥..

गोस्वामी तुलसीदास की सूरदास जी से भेंट - सत्य कथा

श्री सूरदास जी से भगवान् का विनोद करना | तुलसीदास जी वाला पलड़ा भारी हो गया। अब सूरदास श्री को बड़ा दुःख हुआ | किशोरी जी जहाँ हो वहाँ का पलड़ा तो भारी होगा ही..

तुलसीदास जी रचित श्री रामचरितमानस के प्रथम श्रोता - सत्य कथा

श्री रामचरितमानस के प्रथम श्रोता संत: मनुष्यों में सबसे प्रथम यह ग्रन्थ सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ मिथिला के परम संत श्रीरूपारुण स्वामीजी महाराज को।

Hanuman Chalisa -
Ram Bhajan -
×
Bhakti Bharat APP