बाबा का दरबार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
हमने तो बड़े प्यार से कुटिया बनायीं है,
कुटिया में बाबा तेरी मूरत सजाई है,
अच्छा हमें तुमको सजाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
बाबा का दरबार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
रंग बिरंगे फूलो की लड़िया लगे प्यारी,
बालाजी तेरी सूरत हमे लागे बड़ी न्यारी,
अच्छा हमें तुझको मनाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
बाबा का दरबार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
हम तेरी राहों को पलकों से बुहारेंगे,
तुम ना आओगे तो बाबा तुम्हें पुकारेंगे,
अच्छा हमें तुझको बुलाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
बाबा का दरबार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
हम तेरी चोखट पे बाबा बिछ-बिछ जायेंगे,
कहते है भक्त तेरी महिमा गाएँगे,
अच्छा हमे रिश्ता निभाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
BhaktiBharat Lyrics
बाबा का दरबार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
बाबा का दरबार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ॥
हनुमान चालीसा |
श्री हनुमान आरती |
संकटमोचन अष्टक |
बालाजी आरती |
श्री राम स्तुति
◉ श्री हनुमंत लाल की पूजा आराधना में
हनुमान चालीसा,
बजरंग बाण और
संकटमोचन अष्टक का पाठ बहुत ही प्रमुख माने जाते हैं।