मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की। जय जय संतोषी माता जय जय माँ॥
साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार। तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।
नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, अष्टमी तथा शुक्रवार को गाए जाने वाले प्रसिद्ध माता के भजन..
आई जब से मैं खाटू धाम, दीवानी मैं तो तेरी हो गयी, मुझे दुनियाँ से अब क्या काम, दीवानी मैं तो तेरी हो गयी...
हे गोविन्द हे गोपाल अब तो जीवन हारे । अब तो जीवन हारे प्रभु शरण है तिहारे..
पकड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे, हमारा कुछ ना बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जाएगी, पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे ॥
गौरा माता दी अख दा तारा, शिव शंकर दा राजदुलारा, मनाओ जी गणेश भक्तो, मनाओ जी गणेश भक्तों ॥