म्हारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हाने एक छे थारो आधार रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
राखि पत प्रहलाद की,
धर नरसिंह अवतार,
खम्भ फाड़ प्रकट भए,
तारयो भूमि को सारो भार रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
पूंजी गोपी चंदन मेरो,
तुलसी सोने रो हार,
साँचा गहना सांवरा,
म्हारी दौलत छे,
झांझ कड़ताल रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
राणा जी ने विष दियो,
छल मीरा रे साथ,
प्याला विष अमृत भयो,
राखि भक्ता की जाती लाज रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
म्हारी हुंडी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हाने एक छे थारो आधार रे,
सांवरा गिरधारी,
म्हारी हुण्डी स्वीकारो महाराज रे,
सांवरा गिरधारी ॥
आरती कुंजबिहारी की |
आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन |
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं |
आरती श्री बाल कृष्ण जी की |
ॐ जय जगदीश हरे |
मधुराष्टकम्: धरं मधुरं वदनं मधुरं |
कृष्ण भजन |
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं |
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