Shri Ram Bhajan

भगवान बुद्ध वन्दना (Bhagwan Buddha Vandan)


भगवान बुद्ध वन्दना
बुद्ध पूर्णिमा के साथ-साथ भीमराव अंबेडकर जयंती (14 अप्रैल) के दिन यह भगवान बुद्ध वन्दना जन-साधारण के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है।
बुद्ध वन्दना
नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स ।
नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स ।
नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स ।

त्रिशरण
बुद्धं शरणं गच्छामि ।
धर्मं शरणं गच्छामि ।
संघं शरणं गच्छामि ।

दुतियम्पि बुद्धं सरणं गच्छामि ।
दुतियम्पि धम्म सरणं गच्छामि ।
दुतियम्पि संघ सरणं गच्छामि ।
ततियम्पि बुद्धं सरणं गच्छामि ।
ततियम्पि धम्म सरणं गच्छामि ।
ततियम्पि संघ सरणं गच्छामि ।

पंचशील
1. पाणतिपाता वेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।
2. अदिन्नादाना वेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।
3. कामेसु मिच्छाचारा वेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।
4. मुसावादा वेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।
5. सुरा-मेरय-मज्ज-पमादट्ठानावेरमणी सिक्खापदं समादियामि ।
॥ भवतु सर्व मंगलं ॥

साधू साधू साधू॥

Bhagwan Buddha Vandan in English

Namo Tass Bhagvato Arhato Samma Sambuddhass ।
यह भी जानें
Hindi Version

बुद्ध वन्दना अर्थ:
उन भगवन अर्हत सम्यक सम्बुद्ध को नमस्कार।
उन भगवन अर्हत सम्यक सम्बुद्ध को नमस्कार।
उन भगवन अर्हत सम्यक सम्बुद्ध को नमस्कार।

त्रिशरण अर्थ:
मैं बुद्ध की शरण में जाता हूं।
मैं धम्म की शरण में जाता हूँ।
मैं संघ की शरण में जाता हूँ।
मैं दूसरी बार भी बुद्ध की शरण में जाता हूँ।
मैं दूसरी बार भी धम्म की शरण में जाता हूँ।
मैं दूसरी बार भी संघ की शरण में जाता हूँ।
मैं तीसरी बार भी बुद्ध की शरण में जाता हूँ।
मैं तीसरी बार भी धम्म की शरण में जाता हूँ।
मैं तीसरी बार भी संघ की शरण में जाता हूँ।

पंचशील अर्थ:
1. अर्थ मैं अकारण प्राणी हिंसा से दूर रहने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ।
2. मैं बिना दी गयी वस्तु को न लेने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ।
3. मैं कामभावना से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ।
4. मैं झूठ बोलने और चुगली करने से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ।
5. मैं कच्ची-पक्की शराब,नशीली वस्तुओं के प्रयोग से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ।
॥ सबका मंगल हो ॥

Bhajan Buddha BhajanBuddha Purnima BhajanBuddhism BhajanAmbedkar Jayanti Bhajan14 April Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

मेरी तुलसी के गमले पे ॐ लिखा है - भजन

मेरी तुलसी के गमले पे ॐ लिखा है, ॐ लिखा है हरिओम लिखा है । तुलसी पूजन को ब्रह्माजी आये । ब्रह्माजी आये संग ब्राह्मणी को लाये ।

घुमा दें मोरछड़ी - भजन

हीरा मोत्या जड़ी जड़ी, संकट काटे खड़ी खड़ी, मेरे सर पे बाबा, घुमा दे मोरछड़ी..

मेरे श्याम धणी की मोरछड़ी: भजन

मेरे श्याम धणी की मोरछड़ी, पल भर में जादू कर जाएगी, गर फिर गई तेरे सर पे तो, गर फिर गई तेरे सर पे तो, हर बिगड़ी बात सवर जाएगी, मेरे श्याम धनि की मोरछड़ी, पल भर में जादू कर जाएगी ॥

सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया - भजन

सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया। दिल दीवाना हो गया...

हाथ जोड़ विनती करू तो सुनियो चित्त लगाये - विनती भजन

श्याम स्तुति ॥ हाथ जोड़ विनती करू तो सुनियो चित्त लगाये, दस आ गयो शरण में रखियो इसकी लाज...

हम लाड़ले खाटू वाले के हमें बाबा लाड़ लड़ाता है - भजन

हम लाड़ले खाटू वाले के, हमें बाबा लाड़ लड़ाता है, होते है हम मायूस कभी, ये मोरछड़ी लहराता है, हम लाड़ले खाटु वाले के, हमें बाबा लाड़ लड़ाता है ॥

दुनिया ये छलावा है कही तुम भी ना छल जाना - भजन

दुनिया ये छलावा है, कही तुम भी ना छल जाना, बदले दुनिया लेकिन, तुम भी ना बदल जाना ॥

Shiv Chalisa - Shiv Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP