पौणाहारी का जैकारा बोल मना
क्यों फिरदा ऐं डावाँ डोल मना
मेरे जोगी का जै हो
बोहड़ाँ वाले का जै जै
सिंगियाँ वाले का जैकारा बोल मना
क्यों फिरदा ऐं डावाँ डोल मना
भक्तिभारत भजन
मेरे जोगी का जै हो
सिंगियाँ वाले का जै जै
मेहराँ वाले का जैकारा बोल मना
क्यों फिरदा ऐं डावाँ डोल मना
तेरे अंदर इक अलमारी ऐ
जिथे रहिंदे पौणाहारी ऐ
ओहनूँ नाम दी जै हो / जै जै
चाबी ला के खोल मना
क्यों फिरदा ऐं डावाँ डोल मना
पौणाहारी का जैकारा बोल मना
तेरे अंदर हीरा जड़िया ऐ
तैनूँ पंजाँ चोराँ ने फड़िया ऐ
एहना चोराँ तो जै हो / जै जै
मुख तूँ मोड़ मना
क्यों फिरदा ऐं डावाँ डोल मना
पौणाहारी का जैकारा बोल मना
तेरे सिर पापाँ दी गठड़ी ऐ
तेरे हाथ धरम दी तकड़ी ऐ
उस तकड़ी नाल जै हो / जै जै
पूरा तोल मना
क्यों फिरदा ऐं डावाँ डोल मना
पौणाहारी का जैकारा बोल मना
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