गुरु भजन (Guru Bhajan)


गुरु, गुरुदेव, व्यास पूर्णिमा, गुरु ज्ञान, प्रेरणादायी, सुबह, दैनिक, दैनिक, आर्य समाज..
Guru Bhajan - Read in English
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दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ: भजन

दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ, मैया जब तक जियु मैं सुहागन जियु,..

तेरी करती रहूँ मैं चाकरी, वरदान यही मैं चाहूँ: भजन

तेरी करती रहूं मैं चाकरी, वरदान यही मैं चाहूँ, वरदान यही मैं चाहूँ, वरदान यही मैं चाहूँ, वरदान यही मैं चाहूँ, तेरी करती रहूँ मैं चाकरी, वरदान यही मैं चाहूँ, माँ शेरावाली वर देना, माँ ज्योता वाली वर देना ॥

करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं - माँ संतोषी भजन

करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं, स्वीकार करो माँ, मझधार में, मैं अटकी..

अम्बे अम्बे भवानी माँ जगदम्बे: भजन

अम्बे अम्बे माँ अम्बे अम्बे, अम्बे अम्बे भवानी माँ जगदम्बे, रस्ता निहारे तेरा पंथ बुहारे माँ, रस्ता निहारे तेरा पंथ बुहारे माँ, तेरे बालक पुकारे जी, अम्बे अम्बे माँ अम्बे अम्बे, अम्बे अम्बे भवानी माँ जगदम्बे ॥

तूं जागे विच आजा दातिए - भजन

तेरा भवन, सजा के, बैठे आं... ( जय, जय जय मां... ) मां तेरी, जोत जगा के, बैठे आं...( जय, जय जय मां... )