Shri Krishna Bhajan

खजुराहो: ब्रह्मानंदम परम सुखदम (Khajuraho: Brahamanandam, Paramsukhdam)


खजुराहो: ब्रह्मानंदम परम सुखदम
ब्रह्मानंदम परम सुखदम,
केवलम् ज्ञानमूर्तीम्,
द्वंद्वातीतम् गगन सदृशं,
तत्वमस्यादि लक्षम ।
एकं नित्यं विमल मचलं,
सर्वाधी साक्षीभुतम,
भावातीतं त्रिगुण रहितम्,
सदगुरु तं नमामी ॥

धूम मची हर नभ में फूटे,
रस की फुहारे ।
अनहद के आँगन में नाचे,
चँदा सितारे ॥

अबीर गुलाल के बादल गरजे,
फागुन सेज सजाए ।
दूर अधर बिजली यूँ कौंधे,
रंग दियो छिड़काए ॥

रास रंग मदिरा से बरसे,
प्रेम अगन सुलगाए ।
चहक उठे सब डाल पात सब,
एक ही रंग समाए ॥

Khajuraho | Indian Ocean | Kandisa

Khajuraho: Brahamanandam, Paramsukhdam in English

Brahamanandam, Paramsukhdam, Kevalam Gyanmurtim, Dhoom Machi Har Nabh Mein Phoote Ras Ki Phuharein
यह भी जानें
ब्रह्मानंदं परमसुखदं

ब्रह्मानंदं परमसुखदं केवलं ज्ञानमूर्ति
द्वंद्वातीतं गगनसदृशं तत्वमस्यादिलक्ष्यम् ।
एकं नित्यं विमलमचलं सर्वधीसाक्षिभुतं
भावातीतं त्रिगुणरहितं सद्गुरुं तं नमामि ॥

ब्रह्मा के आनंदरुप परम् सुखरुप, ज्ञानमूर्ति, द्वंद्व से परे, आकाश जैसे निर्लेप, और सूक्ष्म "तत्त्वमसि" इस ईशतत्त्व की अनुभूति हि जिसका लक्ष्य है; अद्वितीय, नित्य विमल, अचल, भावातीत, और त्रिगुणरहित - ऐसे सद्गुरु को मैं प्रणाम करता हूँ ।

Bhajan Times Music BhajanIndian Ocean BhajanKandisa BhajanSukhadam BhajanBrahamanand BhajanShiv BhajanMahadev BhajanGuru Purnima BhajanGuru BhajanGurudev BhajanVyasa Purnima Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

बजरंग बाण

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

जय जय हे शनि राज देव: शनि देव भजन

जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार, तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार, जय जय हे शनि राज देव तेरी जय जय कार, तू ही मेरी सुख शांति है तू ही मेरा आधार ॥

कृपा करो हे शनि देव : शनि भजन

कृपा करो हे शनि देव, कृपा करो हे शनि देव, मझधार में है नैय्या, मझधार में है नैय्या प्रभु पार करो ॥

प्रेम सदा भरपूर रहे शनि देव के चरणों में: शनि देव भजन

प्रेम सदा भरपूर रहे शनि देव के चरणों में, करे अर्जी मेरी मंजूर मेरे शनि देव के चरणों में, प्रेम सदा भरपूर रहे शनि देव के चरणों में ॥

जय जय शनि देव महाराज - भजन

जय जय शनि देव महाराज, जन के संकट हरने वाले। तुम सूर्य पुत्र बलिधारी..

अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है - भजन

अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है, तुम्ही समस्त सृष्टि की अनादि आदि मूल हो, अनंत हो अजेय हो अछोर हो अकूल हो..

म्हारा श्यामधणी का मेला - भजन

चहु ओर से मानस आवे, म्हारा श्याम धणी के मेले में, सब मिलके ख़ुशी मनावे, म्हारा श्याम धणी के मेले में…….

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Bhakti Bharat APP