Haanuman Bhajan

द्वार पे गुरुदेव के हम आगए - भजन (Dwar Pe Gurudev Ke Ham Aagaye)


द्वार पे गुरुदेव के हम आगए - भजन
द्वार पे गुरुदेव के हम आ गए ।
ज्योति में दर्शन गुरु का पा गए ॥
देखलो हमको भला दर्शन हुआ ।
प्रेम हिरदे में मगन प्रसन्न हुआ ॥

हर तरफ आनन्द ही आनन्द छा गए ।
ज्योति में दर्शन गुरु का पा गए ॥

भाव श्रद्धा के सुमन अर्पण करें ।
रात दिन हरि हरि सुमरण करें ॥

मंत्र सतगुरुजी हमें बतला गए ।
ज्योति में दर्शन गुरु का पा गए ॥

Dwar Pe Gurudev Ke Ham Aagaye in English

Dwar Pe Gurudev Ke Ham Aa Gaye । Jyoti Mein Darshan Guru Ka Pa Gaye | Dekhlo Hamko Bhala Darshan Hua । Prem Hirade Mein Magan Prasann Hua
यह भी जानें

Bhajan Bishnoi BhajanBishnoi Sthapana Divash BhajanGuru BhajanGurudev BhajanGuru Purnima BhajanSant Ravidas BhajanRavidas Jayanti Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

हो हो बालाजी मेरा संकट काटो ने - भजन

हो हो बालाजी मेरा संकट काटो ने, हो इधर उधर न डोल रहया, मेरे दिल ने डाटो न..

चलो चलो रे बागेश्वर धाम बैठे बालाजी: भजन

चलो चलो रे बागेश्वर धाम बैठे बालाजी। बालाजी देखो बालाजी। जन-जन का करें कल्याण देखो बालाजी।

राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी - भजन

राम भक्त ले चला रें, राम की निशानी, शीश पर खड़ाऊँ, अखियों में पानी, राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी ॥

दुनिया मे देव हजारो हैं बजरंग बली का क्या कहना

दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना, इनकी शक्ति का क्या कहना..

बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना रे: भजन

बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना रे, जहाँ राम है सच वही, बाकी जगत इक सपना रे, सदा राम रहे राज़ी मुझसे,
कर्म वही मुझे करना है, जहां धर्म है वही राम, मन राम रंग ही रंगना है, बोलो राम जय सिया राम, जय रघुनंदन जय सियाराम ॥

ये जग राम की रचना है: भजन

ये जग राम की रचना है, ये जीवन अद्भुत सपना है, रैन बसेरा मुसाफिर खाना, सबका आना जाना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है ॥

सखी री दो कुंवर सुंदर, मनोहर आज आये है: भजन

सखी री दो कुंवर सुंदर, मनोहर आज आये है, चले दो लाल सजधज कर, ना जाने किसके जाये है, सखी री दो कुँवर सुंदर, मनोहर आज आये है ॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Bhakti Bharat APP