Download Bhakti Bharat APP
Damodar Astakam - Damodar AstakamDownload APP Now - Download APP NowHanuman Chalisa - Hanuman ChalisaFollow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel

अवध बिहारी हो, हम आए शरण तिहारी: भजन (Awadh Bihari Ho Hum Aaye Sharan Tihari)


अवध बिहारी हो, हम आए शरण तिहारी: भजन
अवध बिहारी हो,
हम आए शरण तिहारी,
गिरवर धारी हो,
हम आए शरण तिहारी ॥
महापातकी रहा अजामिल,
उसे मिला सुरधाम,
नारायण आ गए लिया जब,
पुत्र का अपने नाम,
संकट हारी हो,
आया शरण तिहारी,
अवध बिहारी हों,
हम आए शरण तिहारी ॥

जब जल में गजराज ग्राह में,
युद्ध हुआ घनघोर,
हार गया गज तो बोला,
दौड़ो नंद किशोर,
सुदर्शन धारी हो,
आया शरण तिहारी,
अवध बिहारी हों,
हम आए शरण तिहारी ॥

हिरणाकुश प्रहलाद को जब,
बाँधा खंबे के साथ,
तब बोला प्रहलाद कहाँ हो,
आओ दीनानाथ,
शरण हितकारी हो,
आया शरण तिहारी,
अवध बिहारी हों,
हम आए शरण तिहारी ॥

अवध बिहारी हो,
हम आए शरण तिहारी,
गिरवर धारी हो,
हम आए शरण तिहारी ॥

Awadh Bihari Ho Hum Aaye Sharan Tihari in English

Avadh Bihari Ho, Ham Aaye Sharan Tihaari, Giravar Dhari Ho, Ham Aaye Sharan Tihaari ॥
यह भी जानें

Bhajan Shri Ram BhajanShri Raghuvar BhajanRam Navmi BhajanSita Navmi BhajanHanuman Janmotsav BhajanRam Bhajan BhajanMaryada Purushottam Shri Ram Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

वेणुगीत

बह्रापीडं नटवरवपुः कर्णयोः कर्णिकारं, बिभ्राद्वासः कनककपिशं वैजयंतीं च मंगलम्। रंध्रणवेनोरधरसुधायपुरयन्गोपवृन्दैर्वृ , न्दारण्यं स्वपद्रमणं प्रविषद्गीतकीर्तिः ॥

बर्फानी बाबा तेरी जय जैकार - भजन

बर्फानी बाबा तेरी जय जैकार, चाहे दिन हो चाहे रात हो, इस मन में बस तेरी बात हो, यही गाऊँ बार बार,बर्फानी बाबा तेरी जय जैकार

गोपी गीत - जयति तेऽधिकं जन्मना

जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः श्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि । दयित दृश्यतां दिक्षु तावका स्त्वयि धृतासवस्त्वां विचिन्वते ॥

प्रणय गीत

मैवं विभोऽर्हति भवान्गदितुं नृशंसं, सन्त्यज्य सर्वविषयांस्तव पादमूलम् । भक्ता भजस्व दुरवग्रह मा त्यजास्मान्दे, वो यथादिपुरुषो भजते मुमुक्षून् ॥

युगल गीत

वामबाहुकृतवामकपोलो, वल्गितभ्रुरधरार्पितवेणुम् । कोमलाङ्गुलिभिराश्रितमार्ग , गोप्य ईरयति यत्र मुकुन्दः ॥ २ ॥

भ्रमर गीत

काचिन्मधुकरं दृष्ट्वा ध्यायन्ती, कृष्णसङ्गमम् प्रियप्रस्थापितं दूतं कल्पयित्वेदमब्रवीत् ॥

मुकुन्द माधव गोविन्द बोल - भजन

मुकुन्द माधव गोविन्द बोल। केशव माधव हरि हरि बोल॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
×
Bhakti Bharat APP