मथुरा के कन्हैया , गोकुल के नंदकिशोर ,
मुझे रख ले अपनी शरण में , मैं आया तेरी ओर ,
रिश्ता ये तेरा मेरा , सदियों पुराना ,
फिर से रिश्ता कान्हा , हमको निभाना ,
मेरे इस मन को तो , भाए ना कोई ओर ,
मुझे रख ले अपनी शरण में , मैं आया तेरी ओर ,
मथुरा के कन्हैया , गोकुल के नंदकिशोर ,
मुझे रख ले अपनी शरण में , मैं आया तेरी ओर ,
पहले भी था मैं , तेरा दीवाना ,
तेरा ये दर था , मेरा ठिकाना ,
छोड़ के इस दर को तो , जाऊ ना कही ओर ,
मुझे रख ले अपनी शरण में , मैं आया तेरी ओर ,
मथुरा के कन्हैया , गोकुल के नंदकिशोर ,
मुझे रख ले अपनी शरण में , मैं आया तेरी ओर ,
बाते पुरानी कुछ , बची थी अधूरी ,
बाते वो सारी अब , करनी है पूरी ,
करने वही बाते , आया हूँ तेरी ओर ,
मुझे रख ले अपनी शरण में , मैं आया तेरी ओर ,
मथुरा के कन्हैया , गोकुल के नंदकिशोर ,
मुझे रख ले अपनी शरण में , मैं आया तेरी ओर