शिव हैं सुन्दर , शिव हैं प्यारा ,
शिव शंकर का , रूप निराला ,
शिव के मस्तक पर हैं चंदा ,
शिव की जटा से बहती गंगा ॥
सौराष्ट्र में सोमनाथ हैं शिव जी ,
श्रीशैलम में मल्लिकार्जुन शिव जी ,
उज्जैन में महाकाल हैं शिव जी ,
ओम्कारेश्वर में ओमकार हैं शिव जी ॥
परली में वैधनाथ हैं शिव जी ,
डाकिनी में भीमशंकर हैं शिव जी ,
सेतुबंध में रामेश्वर हैं शिव जी ,
दारूकावन में नागेश्वर हैं शिव जी ॥
वाराणसी में विश्वनाथ हैं शिव जी ,
गौतमी तट पर त्रिंबकेश्वर हैं शिव जी ,
हिमालय में केदार हैं शिव जी ,
शिवालय में घृष्णेश्वर हैं शिव जी ॥
देवो में महादेव हैं शिव जी ,
कालो के महाकाल हैं शिव जी ,
तीनो लोक के स्वामी हैं शिव जी ,
बड़े ही अंतर्यामी हैं शिव जी ॥
शिव शंकर हैं, भोले भाले ,
भक्तों के जीवन रखवाले ,
बड़े बड़े संकट भक्तों के ,
शिव शंकर ने पल में टाले ॥
शिव की शरण में जो भी आवे ,
खाली हाथ ना वापस जावे ,
सबकी झोली शिव हैं भरते ,
सबकी इच्छा पूरी करते ॥