Shri Krishna Bhajan

उलझ मत दिल बहारो में 2 - भजन (Ulajh Mat Dil Bharo Me -2)


उलझ मत दिल बहारो में 2 - भजन
उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या
तमनाये जो तेरी है फुहारे है वो सवान की,
फुहारे है सुक जाती है फुकारो का भरोसा क्या

उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या

दिलासे यो यहाँ के सभी रंगिन नजारे है,
नजारे रूसे जाते है नजारों का भरोसा क्या

उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या

इन्ही रंगीन गुबारों पर आरे दिल क्यों फ़िदा होता,
गुबारे फुट जाते है दुबारो का भरोसा क्या

उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या

तू हरी का नाम लेकर के किनारों से किनारा कर,
किनारे कूट जाते है किनारों का भरोसा क्या
BhaktiBharat Lyrics

उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या
अन्य भजन - उलझ मत दिल बहारो में

Ulajh Mat Dil Bharo Me -2 in English

Ulajh Mat Dil Baharo Men Baharo Ka Bharosa Kya, Sahare Chhut Jate Hai Saharo Ka Barosa Kya, Tamanaaye Jo Teri Hai Phuhaare hai Vo Savan Ki..
यह भी जानें

Bhajan Arya Samaj BhajanVed BhajanVedic BhajanHawan BhajanYagya BhajanMotivational BhajanMorning BhajanDainik BhajanDaily BhajanPrarthana BhajanVandana BhajanJain BhajanJainism BhajanSchool BhajanCollage BhajanGurukul BhajanInspirational BhajanShanti Dham BhajanAcharya Parvesh Das Bhajan

अन्य प्रसिद्ध उलझ मत दिल बहारो में 2 - भजन वीडियो

गायिक: पूज्य प्रेमभूषणजी महाराज

गायिका: डिम्पल भूमि | तबला: रामध्यान गुप्ता

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

मत रोवै ए धौली धौली गाँ - भजन

मत रोवे ऐ धौली धौली गाय, दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी, मैं तो एकली खड़ी बण में, आज मेरा कोई नहीं धणी..

गोविंद चले चरावन धेनु - भजन

गोविंद चले चरावन धेनु । गृह गृह तें लरिका सब टेरे शृंगी मधुर बजाई बेनु ॥

घड़ा वज्जदा घड़ोली वज्जदी - भजन

घड़ा, वज्जदा, घड़ोली वज्जदी॥ किते, डम्मरू वज्जदा... सुण भगता॥

राम नाम के साबुन से जो - भजन

राम नाम के साबुन से जो, मन का मेल भगाएगा, निर्मल मन के शीशे में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ रोम रोम में राम है तेरे..

बांटो बांटो मिठाई मनाओ ख़ुशी - भजन

बांटो बांटो मिठाई मनाओ ख़ुशी, मुँह मीठा करवाओ अवध वासियो, आज वन से अवध आ रहे है प्रभु..

जो राम को लाए है, हम उनको लाएंगे - भजन

जो राम को लाए है, हम उनको लाएंगे, दुनिया में फिर से हम, भगवा लहराएंगे..

राम से बड़ा राम का नाम, जो सुमिरे भव पार हो जाए: भजन

राम से बड़ा राम का नाम, जो सुमिरे भव पार हो जाए, बनेंगे बिगड़े सारे काम रे प्राणी, उद्धार हो जाए, राम सें बड़ा राम का नाम, जो सुमिरे भव पार हो जाए ॥

Durga Chalisa - Durga Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP