महालक्ष्मी मंत्र - ॐ महालक्ष्मयै नमो नमः (Malakshmi Mantra - Om Mahalaxmi Namoh Namah)


ॐ महालक्ष्मयै नमः
ॐ महालक्ष्मयै नमः
ॐ महालक्ष्मयै नमः
ॐ महालक्ष्मयै नमः
ॐ महालक्ष्मयै नमःमहालक्ष्मयै नमः
महालक्ष्मयै नमः
महालक्ष्मयै नमः

ॐ महालक्ष्मयै नमो नमः जाप

ॐ महालक्ष्मयै नमो नमः
विष्णू प्रियायी नमो नमः
ॐ धनप्रदायी नमो नमः
विश्व जननयी नमो नमः

ॐ महालक्ष्मयै नमो नमः
विष्णू प्रियायी नमो नमः
ॐ धनप्रदायी नमो नमः
विश्व जननयी नमो नमः
नवरात्रि 2024 की तारीखें
Navratri 2024 Dates
दिन तिथि नवरात्रि में देवी के नाम
9 अप्रैल प्रतिपदा माता शैलपुत्री पूजा, नवरात्रि घटस्थापना, नववर्ष, चेटी चंड
10 अप्रैल द्वितीया माता ब्रह्मचारिणी पूजा
11 अप्रैल तृतीया माता चंद्रघंटा पूजा, मत्स्य जयन्ती, गणगौर
12 अप्रैल चतुर्थी माता कुष्मांडा पूजा, लक्ष्मी पंचमी
13 अप्रैल पंचमी माता स्कंद माता पूजा
14 अप्रैल षष्ठी माता कात्यायनी पूजा
15 अप्रैल सप्तमी माता कालरात्रि पूजा
16 अप्रैल अष्टमी महा गौरी पूजा
17 अप्रैल नवमी राम नवमी, माता सिद्धिदात्री पूजा, स्वामीनारायण जयंती
18 अप्रैल दशमी नवरात्रि व्रत समाप्त।
Malakshmi Mantra - Om Mahalaxmi Namoh Namah - Read in English
Om Mahalakshmei Namo Namah, Vishnu Priyayei Namo Namah, Om Dhanpradayei Namo Namah...
Mantra Diwali MantraMata Lakshmi MantraLaxmi MantraLaxmi Pujan MantraNavratri MantraKojagari Vrat MantraKannada MantraSinger Aishwarya Srinivas MantraSouth Indian Mantra
अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

श्रीहनुमत् पञ्चरत्नम्

आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा रचित श्री हनुमत पञ्चरत्नं स्तोत्र में भगवान श्री हनुमान की विशेषता के बारे में बताया गया हैं। वीताखिल-विषयेच्छं जातानन्दाश्र पुलकमत्यच्छम् ..

श्री हनुमान स्तवन - श्रीहनुमन्नमस्कारः

प्रनवउँ पवनकुमार खल बन पावक ज्ञानघन ।.. गोष्पदी कृत वारीशं मशकी कृत राक्षसम् ।..

दशरथकृत शनि स्तोत्र

नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठ निभाय च। नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम:॥

दुर्गा सप्तशती सिद्ध सम्पुट मंत्र

दुर्गा सप्तशती के 30 सिद्ध सम्पुट मंत्र, विपत्ति-नाश, भय-नाश, रोग-नाश, महामारी-नाश, लक्षणा पत्‍‌नी, पापनाश के लिये..

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि

अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते, गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते ।