Shri Krishna Bhajan

अमृत को छोड़ कर, जहर काहे पीजे: भजन (Amrit Ko Chod Kar, Jahar Kaahe Peeje)


अमृत को छोड़ कर, जहर काहे पीजे: भजन
अमृत को छोड़ कर,
जहर काहे पीजे,
राम नाम लीजे,
और सदा मौज कीजे ॥
मीठा राम नाम है,
और मीठी राम की कथा,
मीठा राम रूप से,
कहो कौन है भला,
बोलो इस मिठास पे,
कौन नही रीझे,
राम नाम लीजे,
और सदा मौज कीजे ॥

लोभ की नाव हो,
और मोह पतवार हो,
छल का छिद्र हो तो,
कैसे बेड़ा पार हो,
अपने ही कर्म पर,
अब काहे खीझे,
राम नाम लीजे,
और सदा मौज कीजे ॥

तेरे मेरे की कड़ी,
धूप चिलचिला रही,
लोभ की गर्म हवा,
हृदय को जला रही,
राम कृपा की घनी,
छाव तले रीजे,
राम नाम लीजे,
और सदा मौज कीजे ॥

देख तेरी दीनता,
पाप में मलीनता,
विषयो में लीनता,
साधनों से हीनता,
राम के सिवाय कहो,
किसका दिल पसीजे,

राम नाम लीजे,
और सदा मौज कीजे ॥

अमृत को छोड़ कर,
जहर काहे पीजे,
राम नाम लीजे,
और सदा मौज कीजे ॥

Amrit Ko Chod Kar, Jahar Kaahe Peeje in English

Amrit Ko Chhod Kar, Jahar Kaahe Peeje, Ram Naam Lije, Aur Sada Mauj Kije ॥
यह भी जानें

Bhajan Shri Ram BhajanShri Raghuvar BhajanRam Nam BhajanSita Ram BhajanAyodhya Dham BhajanRaghunath BhajanPrabhu Shri Ram Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

बाबा बालकनाथ जी जीवे मेरा जोगी सोणा

मेरे जोगी वरगा कोई ना, मेरे जोगी वरगा कोई ना, मेरे जोगी वरगा कोई ना, मेरे जोगी वरगा कोई ना।

बजरंग बाण

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ: भजन

हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ, आरती उतारूँ प्यारे तुमको मनाऊँ, अवध बिहारी तेरी आरती उतारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ ॥

छोटे छोटे घुँगरू छोटे छोटे पाँव: भजन

छोटे छोटे घुँगरू छोटे छोटे पाँव, छम छम नाचे देखो वीर हनुमान ॥

जन्मे है राम रघुरैया, अवधपुर में - भजन

जन्मे है राम रघुरैया, अवधपुर में बाजे बधैया, बाजे बधैया बाजे बधैया, जन्में है राम रघुरैया, अवधपुर में बाजे बधैया ॥

प्रभु जी तुम चंदन हम पानी - भजन

प्रभु जी तुम चंदन हम पानी, जाकी अंग-अंग बास समानी, प्रभु जी तुम चँदन हम पानी ॥

जन मानस में गुंज रहा है, जय श्री राम - भजन

जन मानस में गुंज रहा है, जय श्री राम जय श्री राम ॥

Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP