Download Bhakti Bharat APP

जम्भेश्वर आरती: ओ३म् शब्द सोऽहं ध्यावे (Jambheshwar Aarti Om Shabd Sohan Dhyave)


जम्भेश्वर आरती: ओ३म् शब्द सोऽहं ध्यावे
ॐ शब्द सोऽहं ध्यावे,
स्वामी शब्द सोऽहं ध्यावे ।
धूप दीप ले आरती,
निज हरि गुण गावे ।
मंदिर मुकुट त्रिशुल ध्वजा,
धर्मों की फ हरावे ।
झालर शंख टिकोरा,
नौपत घुररावे ।

तीर्थ तालवे गुरु की समाधि,
परसे सुरग जावे ।
अड़सठ तीरथ को फ ल,
समराथल पावे ।

मंझ फ ागण शिवरात,
जातरी रलमिल सब आवे ।
झिगमिग जोत समराथल,
शिम्भू के मन भावे ।

धर्मी करे आनंद भवन पर,
पापी थररावे ।
राजव शरण गुरु की,
क्यूं मन भटकावे ।

Jambheshwar Aarti Om Shabd Sohan Dhyave in English

Om Shabd Soham Dhyave, Swami Shabd Sohan Dhyave । Dhup Deep Le Aarti, Nij Hari Gun Gave | Mandir Mukut Trishul Dhwaja, Dharmon Ki Ph Harave
यह भी जानें

Bhajan Bishnoi BhajanBishnoi Sthapana Divash BhajanJambheshwar BhajanJambheshwar Aarti Bhajan

अन्य प्रसिद्ध जम्भेश्वर आरती: ओ३म् शब्द सोऽहं ध्यावे वीडियो

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन - भजन

हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार । पवनसुत विनती बारम्बार...

राजा राम आइये, प्रभु राम आइये, मेरे भोजन का, भोग लगाइये: भजन

राजा राम आइये, प्रभु राम आइये, मेरे भोजन का, भोग लगाइये ॥

जपे जा तू बन्दे, सुबह और शाम: भजन

जपे जा तू बन्दे, सुबह और शाम, श्री राम जय राम, जय जय राम, श्री राम जय राम, जय जय राम ॥

कथा राम जी की है कल्याणकारी: भजन

कथा राम जी की है कल्याणकारी, मगर ये करेगी असर धीरे धीरे, अहंकार मद मोह फैला जो भीतर, उतारेगी सारा जहर धीरे धीरे,
कथा राम जी की हैं कल्याणकारी, मगर ये करेगी असर धीरे धीरे ॥

रक्षा करो मेरे राम: भजन

रक्षा करो मेरे राम, रक्षा करों मेरे राम, मन की लगी है तुमसे ही भगवन, मन की लगी है तुमसे ही भगवन, पूजूँ तुम सुबह शाम, रक्षा करो मेरें राम, रक्षा करो मेरें राम ॥

यही रात अंतिम यही रात भारी: भजन

यही रात अंतिम यही रात भारी, बस एक रात की अब कहानी है सारी, यही रात अंतिम यहीं रात भारी ॥

आज राम मेरे घर आए: भजन

आज राम मेरे घर आए, मेरे राम मेरे घर आए, नी मैं उंचिया भागा वाली, मेरी कुटिया दे भाग जगाए, आज राम मेरे घर आये ॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
×
Bhakti Bharat APP