Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel
Chaitra Navratri Specials 2024 - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Hanuman Chalisa - Ganesh Aarti Bhajan -

माँ रेवा: थारो पानी निर्मल (Maa Rewa: Tharo Pani Nirmal)


माँ रेवा: थारो पानी निर्मल
नदी को भारत मे माँ का सम्मान दिया गया है, तथा नर्मदा नदी को माँ रेवा के रूप में भी जाना जाता है। यह मध्य-भारत की जीवनरेखा की तरह है। नर्मदा का निर्मल पानी एवं उसके कल-कल करते बहते पानी को शब्दों मे पिरोह कर एक बहुत ही सुंदर गीत निर्मित किया गया है।
इस गीत को नर्मदा घाटी के किनारे की संस्कृति में रचे-बसे लोग प्रायः गाते ही हैं, तथा यह नदियों पर लिखे गए गीतों में बहुत अधिक गाया जाने वाला गीत भी है।

माँ रेवा थारो पानी निर्मल,
खलखल बहतो जायो रे..
माँ रेवा !

अमरकंठ से निकली है रेवा,
जन-जन कर गयो भाड़ी सेवा..
सेवा से सब पावे मेवा,
ये वेद पुराण बतायो रे !

माँ रेवा थारो पानी निर्मल,
खलखल बहतो जायो रे..
माँ रेवा !

Maa Rewa | Indian Ocean | Kandisa

Maa Rewa: Tharo Pani Nirmal in English

Ma Rewa Tharo Paani Nirmal, Khal Khal Behto Jaye Re..
यह भी जानें

Bhajan Times Music BhajanIndian Ocean BhajanKandisa BhajanMaa Narmada BhajanNarmada BhajanReva Bhajan

अन्य प्रसिद्ध माँ रेवा: थारो पानी निर्मल वीडियो

माँ रेवा: थारो पानी निर्मल

माँ रेवा: थारो पानी निर्मल - भागवताचार्य सोनम मिश्रा जी

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला - भजन

श्री रामअवतार स्तुति बधाई, सोहर, जन्मदिन अवसरों पर लोकप्रिय है। भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौसल्या हितकारी ।

तेरी भक्ति का है कमाल मेरी मां: भजन

सब मुझेे पूछते हैं क्यों मैं इतना मुस्कुराऊं, मेरी मां का है यह प्यार जितना चाहूं बढ़के पाऊं, सदा दुख से मैं रहूं बेख्याल मेरी मां,
सब तेरी भक्ति, तेरा लाल हो गया है निहाल मेरी मां ॥

पूजन गौरी चली सिया प्यारी - भजन

पूजन गौरी चली सिया प्यारी, संग सखिन के जनक नंदिनी, चली मुदित मनहारी..

गौरा ढूंढ रही पर्वत पर: गौरी भजन

गौरा ढूंढ रही पर्वत पर, शिव को पति बनाने को, पति बनाने को, भोले को,..

मैं भोला पर्वत का - शिव भजन

मैं भोला पर्वत का, रै तू राणी महला की, तेरी मेरी पार पड़ै ना, बेशक लिखी पहला की..

जय जय जननी श्री गणेश की - भजन

जय जय जननी श्री गणेश की, प्रतीभा परमेश्वर परेश की, जय जय जननी श्री गणेश की..

ओ मैया पास मेरे रहना, दूर जाना नहीं: भजन

ओ मैया पास मेरे रहना, दूर जाना नहीं, सर पे तेरा हाथ हो, दिल के अरमा यही, ओ मईया पास मेरे रहना, दूर जाना नहीं ॥

Hanuman Chalisa -
Hanuman Chalisa -
×
Bhakti Bharat APP