Shri Ram Bhajan

महादेव शंकर हैं जग से निराले - भजन (Mahadev Shankar Hain Jag Se Nirale)


महादेव शंकर हैं जग से निराले - भजन
महादेव शंकर हैं जग से निराले,
बड़े सीधे साधे बड़े भोले भाले ।
मेरे मन के मदिर में रहते हैं शिव जी,
यह मेरे नयन हैं उन्हीं के शिवालय ॥
बनालो उन्हें अपने जीवन की आशा,
सदा दूर तुमसे रहेगी निराशा ।
बिना मांगे वरदान तुमको मिलेगा,
समझते हैं वो तो हरेक मन की भाषा ॥
वो उनके हैं जो उनको अपना बनाले..॥

महादेव शंकर हैं जग से निराले,
बड़े सीधे साधे बड़े भोले भाले ॥

जिधर देखो शिव की है महिमा निराली,
ये दाता है और सारी दुनिया सवाली ।
जो इस द्वार पे अपना विशवास कर ले,
तो पल भर में भर जायेगी झोली खाली ॥
उनही के अँधेरे, उनही के उजाले..॥

महादेव शंकर हैं जग से निराले,
बड़े सीधे साधे बड़े भोले भाले ।
मेरे मन के मदिर में रहते हैं शिव जी,
यह मेरे नयन हैं उन्हीं के शिवालय ॥

Mahadev Shankar Hain Jag Se Nirale in English

Mahadev Shankar Hain Jag Se Nirale, Bade Sidhe Sadhe Bade Bhole Bhale । Mere Man Ke Madir Mein Rahate Hain Shiv Ji
यह भी जानें

Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan Ke Somvar BhajanMonday BhajanSomwar Bhajan

अन्य प्रसिद्ध महादेव शंकर हैं जग से निराले - भजन वीडियो

महादेव शंकर हैं जग से निराले - अनुराधा पौडवाल

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

सर को झुकालो, शेरावाली को मानलो - भजन

सर को झुकालो, शेरावाली को मानलो, चलो दर्शन पालो चल के। करती मेहरबानीयाँ..

वर दे, वीणा वादिनि वर दे: सरस्वती वंदना

वर दे, वीणावादिनि वर दे । प्रिय स्वतंत्र रव, अमृत मंत्र नव, भारत में भर दे ।...

जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया: भजन

जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया । उनके घर में आनंद ही आनंद हो गया..

मैया को अपने घर बुलाएंगे: भजन

मैया को अपने घर बुलाएंगे, सारे मिलकर माँ का लाड़ लड़ाएंगे ॥

मुंदरां

चेलें देखदे, कन्नां चों, वग्दा दूध जी, गोरख, देखे मुदरां नूं ॥ पौणाहारी गया, मोर उत्ते उड़् जी, गोरख, देखे मुदरां नूं...

कभी राम बनके, कभी श्याम बनके - भजन

कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना, तुम राम रूप में आना..

भगवन लौट अयोध्या आए..

भगवन चौदह बरस वन वास, भगवन लौट अयोध्या आए । वो बागन-बागन आए, और सूखे बाग हरियाए..

Durga Chalisa - Durga Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP