Shri Hanuman Bhajan

शिव की जटा से बरसे, गंगा की धार है: भजन (Shiv Ki Jata Se Barse Ganga Ki Dhar Hai)


शिव की जटा से बरसे, गंगा की धार है: भजन
शिव की जटा से बरसे,
गंगा की धार है,
गंगा की धार है,
महीना ये सावन का है,
छाई बहार है ॥
कावड़िये भर भर के,
चढाने कावड़ निकले है,
हर जुबां से बम बम के,
जय जयकारे निकले है,
शिवमय हुआ है देखो,
सारा संसार है,
सारा संसार है,
महीना ये सावन का है,
छाई बहार है ॥

भोले की भक्ति में,
झूम रहे नर और नारी है,
अभिषेक करने को,
भीड़ पड़ी भी भारी है,
सजा है शिवालय देखो,
आज सोमवार है,
आज सोमवार है,
महीना ये सावन का है,
छाई बहार है ॥

मेरा भोला बाबा है,
इनके भक्त सभी प्यारे,
इक लौटा जल से ही,
कर दे ये वारे न्यारे,
‘राघव’ मिला है जो भी,
बाबा का प्यार है,
बाबा का प्यार है,
महीना ये सावन का है,
छाई बहार है ॥

शिव की जटा से बरसे,
गंगा की धार है,
गंगा की धार है,
महीना ये सावन का है,
छाई बहार है ॥

Shiv Ki Jata Se Barse Ganga Ki Dhar Hai in English

Shiv Ki Jata Se Barase, Ganga Ki Dhar Hai, Ganga Ki Dhar hai, Mahina Ye Sawan Ka Hai, Chae Bahar Hai ॥
यह भी जानें

Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanJyotirling BhajanShiv Mandir Bhajan

अन्य प्रसिद्ध शिव की जटा से बरसे, गंगा की धार है: भजन वीडियो

शीश गंग अर्धंग पार्वती - Anuradha Paudwal

शीश गंग अर्धंग पार्वती - Rajendra Jain

शीश गंग अर्धंग पार्वती - Lakhbir Singh Lakkha

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू..

शिव का नाम लो: भजन

शिव का नाम लो । हर संकट में ॐ नमो शिवाय बस यह नाम जपो ॥..

कावड़ उठाले ध्यान, शिव का लगा ले - भजन

कावड़ उठाले ध्यान, शिव का लगा ले, भर देंगे झोली भोले, बिगड़ी बना ले, हर हर महादेव, हर हर महादेव ॥

शिवोहम शिवोहम शिवोहम..

है एक ओंकार निरंजन निरंकार, है अजर अमर आकर विश्वधार मन भजे। शिवोहम शिवोहम शिवोहम...

चल काँवरिया, चल काँवरिया - भजन

चल काँवरिया, चल कवर उठा, कवर उठा, नैरा शिव का लगा, मन चाहा फल, देंगे बाबा

बजरंग बाण

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं - भजन

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, राम नारायणं जानकी बल्लभम । कौन कहता हे भगवान आते नहीं..

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP