जय जयकार माता की, आओ शरण भवानी की, एक बार फिर प्रेम से बोलो, जय दुर्गा महारानी की
मेरी मैया तुम्हे अर्पण, भला हम क्या करें, तुम्हीं से है मेरी दुनिया भला, दम क्या भरें, मेरी मैया तुम्हें अर्पण, भला हम क्या करें ॥
मै हूँ बेटी तू है माता, ये है जनम-जनम का नाता । माता रानियें तुझे मैं बुलाने आई हूँ..
माँ दिल के इतने करीब है तू, जिधर भी देखूं नज़र तू आए, जो आँखे बंद करके माँ मैं देखूं, तू ही तू मैया नज़र है आए, मां दिल के इतने करीब है तू, जिधर भी देखूं नज़र तू आए ॥
द्वारे तिहारे बड़ी भीड़ हो जगदम्बे-अम्बे, मैया द्वारे तेरे कन्या पुकारे...
सर पे चुनरिया लाल, और हाथों में मेहंदी रचाई है, भक्तो के घर माँ आई है, सर पे चूनरिया लाल, सर पे चूनरिया लाल, और हाथों में मेहंदी रचाई है, भक्तो के घर माँ आई है, सर पे चूनरिया लाल ॥
नमो नमो माँ चिंतपुरणी , नमो नमो माँ चिंतपुरणी, ए चिंतपुरणी माँ, मेरी भी बिगड़ी बनाओ, मैं शरण पड़ा तेरी मेरे सोये भाग जगाओ