गल्लां मेरियां नू माँ मेरी सुनदी ऐ
ओ लै क़े सलाई कर्मा दी, किस्मत दे स्वैटर बूंनंदी ऐ
मैं होऱ किसे नू की कैहणा
मैं दर दर जाके की लैणा
जदों मेरे हक दा आटा माँ, अपने हथाँ नाल गुंनंदी ऐ
गल्लां मेरियां नू माँ मेरी..
जदों राह भटक मैं जांदा हाँ
मन विच थोड़ा घबराउंदा हाँ
ओदों आपे आके माँ मेरी, राहवां चों कंडे चुंनंदी ऐ
गल्लां मेरियां नू माँ मेरी...
भक्ति भारत भजन आशीष तों माँ लिखवाईयाँ ने, ते अंश तेरे ने गाईयाँ ने
माँ अपनी भेटाँ लिखन लई, माँ अपनी भेटाँ गौण लई किसे किसे नू चुंनंदी ऐ
गल्लां मेरियां नू माँ मेरी....
गल्लां मेरियां नू माँ मेरी सुनंदी ऐ
जय माता ज़ी
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