Shri Krishna Bhajan

जैसे तुम सीता के राम - भजन (Jaise Tum Sita Ke Ram)


जैसे तुम सीता के राम - भजन
जैसे तुम सीता के राम
जैसे लक्ष्मण के सम्मान
जैसे हनुमत के भगवान
वैसे ही हे राम! मम पूजा स्वीकार करो
जैसे तुम सीता के राम
जैसे तुम ताड़िका संहारी
जैसे शूर्पणखा को तारे
जैसे पीड़ा सबरी हारी
जैसे वानर मित्र बनाये
जैसे नाविक ह्रदये लगाए
वैसे बजरंग मन ही बसाये
वैसे ही मेरे नाथ दास का
वंदन अंगीकार करो
मम पूजा स्वीकार करो
जैसे तुम सीता के राम

जैसे सहज जटायू तारा
जैसे ऋषिमुनि दुःख को हारा
जैसे भरत रहा है प्यारा
जैसे भक्तो के रखवारे
जैसे दुखियो के दुःख हारे
वैसे संतो के हो प्यारे
वैसे ही हे राम! आसरा माया से उद्धार करो
मम पूजा स्वीकार करो
जैसे तुम सीता के राम

जैसे तुम सीता के राम
जैसे लक्ष्मण के सम्मान
जैसे हनुमत के भगवान
वैसे ही हे राम! मम पूजा स्वीकार करो

Jaise Tum Sita Ke Ram in English

Jaise Tum Sita Ke Ram, Jaise Lakshman Ke Samman, Jaise Hanumat Ke Bhagwan
यह भी जानें

Bhajan Shri Ram BhajanShri Raghuvar BhajanRam Navami BhajanSita Navmi BhajanJanaki Jayanti BhajanSundarkand BhajanRamayan Path BhajanVijayadashami BhajanMata Sita BhajanRam Sita Vivah BhajanShri Vishnu Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

हो हो बालाजी मेरा संकट काटो ने - भजन

हो हो बालाजी मेरा संकट काटो ने, हो इधर उधर न डोल रहया, मेरे दिल ने डाटो न..

चलो चलो रे बागेश्वर धाम बैठे बालाजी: भजन

चलो चलो रे बागेश्वर धाम बैठे बालाजी। बालाजी देखो बालाजी। जन-जन का करें कल्याण देखो बालाजी।

राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी - भजन

राम भक्त ले चला रें, राम की निशानी, शीश पर खड़ाऊँ, अखियों में पानी, राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी ॥

दुनिया मे देव हजारो हैं बजरंग बली का क्या कहना

दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना, इनकी शक्ति का क्या कहना..

बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना रे: भजन

बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना रे, जहाँ राम है सच वही, बाकी जगत इक सपना रे, सदा राम रहे राज़ी मुझसे,
कर्म वही मुझे करना है, जहां धर्म है वही राम, मन राम रंग ही रंगना है, बोलो राम जय सिया राम, जय रघुनंदन जय सियाराम ॥

ये जग राम की रचना है: भजन

ये जग राम की रचना है, ये जीवन अद्भुत सपना है, रैन बसेरा मुसाफिर खाना, सबका आना जाना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है ॥

सखी री दो कुंवर सुंदर, मनोहर आज आये है: भजन

सखी री दो कुंवर सुंदर, मनोहर आज आये है, चले दो लाल सजधज कर, ना जाने किसके जाये है, सखी री दो कुँवर सुंदर, मनोहर आज आये है ॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Bhakti Bharat APP