आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू..
भूतेश्वर ने ध्यालो जी, सोया भाग्य जगा लो जी, भगता रो यो रखपाल, बैठ्यो भोलो धणी ॥
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो, अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
भोलें ने जिसे चाहा, दीवाना बना डाला, एक मस्त नजर डाली, मस्ताना बना डाला, महाकाल ने भक्तो को,
दीवाना बना डाला ॥
भोले भाले डमरू वाले, नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया, तेरी शरण में आ गया, तेरी शरण में आ गया, भोले भाले डमरू वालें,
नंदी के असवार, शरण तेरी आ गया ॥
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार। तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।