नवरात्रि विशेष 2025 - Navratri Specials 2025

रूपंग देहि जयम देहि (Rupang Dehi Jayam Dehi)


रूपंग देहि जयम देहि
मधु-कैटभ-विध्वमसि
विधात्री-वरदे नमः
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि
महिषासुर-निर्णशी
भक्तानाम सुखदे नमः
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि
धूम्रनेत्र-वधे देवी
धर्म-काम-अर्थ-दायिनी
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि
रक्तबीजा-वधे देवी
चन्नददा-मुनददा-विनाशिनी
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि

निशुम्भ-शुम्भ-निर्णशी
त्रैलोक्य-शुभदे नमः
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि
वंदितम्-अंगघृ-युगे देवी
सर्व-सौभाग्य-दायिनी
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि

अचिन्त्य-रूप-चरित्र
सर्व-शत्रु-विनाशिनी
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि
नतेभ्यः सर्वदा भक्त्याः
का-अपर्णे दुरिता-अपाहे
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि

स्तुवद्भयो भक्ति-पूर्वम्
त्वं चण्डदिके व्याधि-नाशिनि
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि
चन्नंददिके सततं युद्धे
जयन्ती पापा-नाशिनी
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि ॥

देहि सौभाग्यम्-आरोग्यम्
देहि देवि परमं सुखम्
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि
विधेहि देवि कल्याणम्
विधेहि विपुलम् श्रीयम्
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि

भक्ति भारत विधेहि द्विस्सताम् नाशम्
विदेहि बलम्-उक्काकैः
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि
सुरा-असुर-शिरो-रत्न
निघ्रस्सत्ता-चारन्ने-[A]मबुजे
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि

विद्यावन्तं यशस्वन्तम्
लक्ष्मिवन्तं च माम् कुरु
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि
देवी प्रचन्नददा-दोरदन्नददा
दैत्य-दर्प-निस्सुउदिनी
रूपं देहि जयं देहि
यशो देहि दविसो जाहि ॥

गायक – पंडित तुषार दत्ता
नवरात्रि 2025 की तारीखें
Navratri 2025 Dates
दिन तिथि देवी पूजा / उत्सव रँग
22 सितंबर प्रतिपदा घटस्थापना, माता शैलपुत्री पूजा, अग्रसेन जयंती सफ़ेद
23 सितंबर द्वितीया माँ ब्रह्मचारिणी पूजा लाल
24 सितंबर तृतीया माँ चंद्रघंटा पूजा, सिन्दूर तृतीया गहरा नीला
25 सितंबर तृतीया - पीला
26 सितंबर चतुर्थी माँ कुष्मांडा पूजा, ललिता पञ्चमी हरा
27 सितंबर पंचमी माँ स्कंद माता पूजा | दुर्गा पूजा (बिल्व निमन्त्रण) स्लेटी
28 सितंबर षष्ठी माँ कात्यायनी पूजा | दुर्गा पूजा (कल्पारम्भ, अकाल बोधन) नारंगी
29 सितंबर सप्तमी माँ कालरात्रि पूजा, सरस्वती आवाहन | दुर्गा पूजा (नवपत्रिका पूजा, कलाबोऊ पूजा) मोर हरा
30 सितंबर अष्टमी माँ महागौरी पूजा, सरस्वती पूजा | दुर्गा पूजा (दुर्गा अष्टमी, कुमारी पूजा, सन्धि पूजा) गुलाबी
1 अक्टूबर नवमी माँ सिद्धिदात्री पूजा, नवमी हवन | दुर्गा पूजा (महा नवमी, दुर्गा बलिदान, नवमी हवन) -
2 अक्टूबर दशमी विजयदशमी, नवरात्रि पारण | दुर्गा पूजा (दुर्गा विसर्जन, सिन्दूर उत्सव) -

Rupang Dehi Jayam Dehi in English

Madhu-Kaittabha-Vidhvamsi, Vidhaatri-Varade Namah, Ruupam Dehi Jayam Dehi, Yasho Dehi Dvisso Jahi
यह भी जानें

Mantra Rupang Dehi Jayam Dehi MantraMaa Durga MantraMata MantraNavratri MantraMaa Sherawali MantraDurga Puja MantraMaa Durga MantraJagran MantraMata Ki Chauki MantraShukravar MantraFriday MantraStotram Mantra

अन्य प्रसिद्ध रूपंग देहि जयम देहि वीडियो

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - Rajalakshmee Sanjay

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - K S Chithra

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - Dipanwita Goswami

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - Maithili Thakur

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - Acharya Ankit Markandey

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - Anandmurti Gurumaa

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - Anuradha Paudwal

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - Bombay Sisters

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - Kum. Sivasri Skandaprasad

महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र - मधुबंती बागची (Madhubanti Bagchi)

कैलाश खेर - Kailash Kher

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मंत्र ›

रूपंग देहि जयम देहि

मधु-कैटभ-विध्वमसि, विधात्री-वरदे नमः, रूपं देहि जयं देहि, यशो देहि दविसो जाहि

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि

अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते, गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते । महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् नवरात्रि के दौरान माता रानी का सबसे ज्यादा सुना और पढ़ा जाने वाला संस्कृत श्लोक है

माँ दुर्गा देव्यापराध क्षमा प्रार्थना स्तोत्रं

माँ दुर्गा की पूजा समाप्ति पर करें ये स्तुति, तथा पूजा में हुई त्रुटि के अपराध से मुक्ति पाएँ। आपत्सु मग्न: स्मरणं त्वदीयं..

विष्णु सहस्रनाम

भगवान श्री विष्णु के 1000 नाम! विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने वाले व्यक्ति को यश, सुख, ऐश्वर्य, संपन्नता...

वक्रतुण्ड महाकाय - गणेश मंत्र

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

दुर्गा पूजा पुष्पांजली

प्रथम पुष्पांजली मंत्र ॐ जयन्ती, मङ्गला, काली, भद्रकाली, कपालिनी।

कनकधारा स्तोत्रम्: अङ्गं हरेः पुलकभूषणमाश्रयन्ती

कनकधारा स्तोत्रम्: अङ्गं हरेः पुलकभूषणमाश्रयन्ती, भृङ्गाङ्गनेव मुकुलाभरणं तमालम् ।

Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP