Shri Krishna Bhajan
गूगल पर भक्ति भारत को अपना प्रीफ़र्ड सोर्स बनाएँ

माँ दुर्गा के 32 नाम (Shri Durga 32 Name)


माँ दुर्गा के 32 नाम
देवी दुर्गा की द्वात्रिंश नामावली
दुर्गा
दुर्गातिशमनी
दुर्गापद्धिनिवारिणी
दुर्गमच्छेदनी
दुर्गसाधिनी
दुर्गनाशिनी
दुर्गतोद्धारिणी
दुर्गनिहन्त्री
दुर्गमापहा
दुर्गमज्ञानदा
दुर्गदैत्यलोकदवानला
दुर्गमा
दुर्गमालोका
दुर्गमात्मस्वरूपिणी
दुर्गमार्गप्रदा
दुर्गमविद्या
दुर्गमाश्रिता
दुर्गमज्ञानसंस्थाना
दुर्गमध्यानभासिनी
दुर्गमोहा
दुर्गमगा
दुर्गमार्थस्वरूपिणी
दुर्गमासुरसंहन्त्रि
दुर्गमायुधधारिणी
दुर्गमांगी
दुर्गमता
दुर्गम्या
दुर्गमेश्वरी
दुर्गभीमा
दुर्गभामा
दुर्गभा
दुर्गदारिणी

॥ इति श्रीदुर्गाद्वात्रिंशनामावलिः सम्पूर्णा ॥

Shri Durga 32 Name in English

Durga, Durgartishamani, Durgapaddhinivarini, Durgamachchhedani, Durgasadhini, Durganashini, Durgatoddharini, Durganihantri
यह भी जानें

Mantra Shri Durga 32 Naam MantraNamavali MantraDurga Namavali MantraMaa Durga MantraMata MantraNavratri Mantra

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मंत्र ›

संकट मोचन हनुमानाष्टक

बाल समय रवि भक्षी लियो तब।.. लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर।...

आदित्य-हृदय स्तोत्र

ततो युद्धपरिश्रान्तं समरे चिन्तया स्थितम् । रावणं चाग्रतो दृष्टवा युद्धाय समुपस्थितम् ॥ दैवतैश्च समागम्य द्रष्टुमभ्यागतो रणम् ।

हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम - मंत्र

हनुमान जी के 12 नाम | हनुमान द्वादश नाम | हनुमानद्वादशनाम स्तोत्र | Hanumaan 12 naam |

ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय - हनुमान मंत्र

ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय । सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा ॥

श्री दुर्गा अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम्

ईश्वर उवाच | शतनाम प्रवक्ष्यामि श्रृणुष्व कमलानने । यस्य प्रसादमात्रेण दुर्गा प्रीता भवेत् सती ॥

महामृत्युंजय मंत्र

मंत्र के 33 अक्षर हैं जो महर्षि वशिष्ठ के अनुसार 33 कोटि(प्रकार)देवताओं के द्योतक हैं।

शिव स्तुति: ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं

ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं, वन्दे जगत्कारणम् । वन्दे पन्नगभूषणं मृगधरं..

Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP