हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार । पवनसुत विनती बारम्बार...
राजा राम आइये, प्रभु राम आइये, मेरे भोजन का, भोग लगाइये ॥
जपे जा तू बन्दे, सुबह और शाम, श्री राम जय राम, जय जय राम, श्री राम जय राम, जय जय राम ॥
कथा राम जी की है कल्याणकारी, मगर ये करेगी असर धीरे धीरे, अहंकार मद मोह फैला जो भीतर, उतारेगी सारा जहर धीरे धीरे,
कथा राम जी की हैं कल्याणकारी, मगर ये करेगी असर धीरे धीरे ॥
रक्षा करो मेरे राम, रक्षा करों मेरे राम, मन की लगी है तुमसे ही भगवन, मन की लगी है तुमसे ही भगवन, पूजूँ तुम सुबह शाम, रक्षा करो मेरें राम, रक्षा करो मेरें राम ॥
यही रात अंतिम यही रात भारी, बस एक रात की अब कहानी है सारी, यही रात अंतिम यहीं रात भारी ॥
आज राम मेरे घर आए, मेरे राम मेरे घर आए, नी मैं उंचिया भागा वाली, मेरी कुटिया दे भाग जगाए, आज राम मेरे घर आये ॥