Shri Ram Bhajan

हे जग स्वामी, अंतर्यामी, तेरे सन्मुख आता हूँ! (He Jag Swami Anataryami, Tere Sanmukh Aata Hoon!)


हे जग स्वामी, अंतर्यामी,
तेरे सन्मुख आता हूँ ।
सन्मुख आता, मैं शरमाता
भेंट नहीं कुछ लाता हूँ
॥ हे जग स्वामी...॥

पापी जन हूँ, मैं निर्गुण हूँ
द्वार तेरे पर आता हूँ
॥ हे जग स्वामी...॥

मुझ पर प्रभु कृपा कीजे
पापों से पछताता हूँ
॥ हे जग स्वामी...॥

पाप क्षमा कर दीजे मोरे,
मन से ये ही चाहता हूँ
॥ हे जग स्वामी...॥

हे जग स्वामी, अंतर्यामी,
तेरे सन्मुख आता हूँ ।

He Jag Swami Anataryami, Tere Sanmukh Aata Hoon! in English

He Jag Swami Anataryami, Tere Sanmukh Aata Hoon। Sanmukh Aata Hai...
यह भी जानें

Bhajan School BhajanCollage BhajanPrabhu Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी - भजन

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी, निर्जल रहकर निश्छल मन से, नित ध्यान प्रभू का धरती थी ..

तांडव, गति मुंडन पर, नाचत गिरिधारी - भजन

तांडव, गति मुंडन पर, नाचत गिरिधारी, तांडव, गति मुंडन पर, नाचत गिरिधारी..

सुनने के पुकार माँ दौड़ चली तू आई रण मे काली - भजन

सुनने के पुकार माँ दौड़ चली तू, आई रण मे काली - माँ काली

हे गणनायक जय सुखदायक - भजन

हे गणनायक जय सुखदायक, जय गणपति गणराज रे, गणपति नमः गणपति नमः, गणपति नमः गणपति नमः ॥

देखो आ गए है घर घर में, पार्वती के लल्ला - भजन

गणपति आज पधारे घर में, मच गओ है ये हल्ला, देखो आ गए है घर घर में, पार्वती के लल्ला, शिव गौरा की आंख के तारे, दिखे हैं बड़े मुटल्ला, देखो आ गए हैं घर घर में, पार्वती के लल्ला ॥

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं - भजन

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं, भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं ॥

तुम जो कृपा करो तो, मिट जाये विपदा सारी: भजन

तुम जो कृपा करो तो, मिट जाये विपदा सारी, ओ गौरी सूत गणराजा, गणनायक गजमुख धारी, तुम हो दया के सागर, क्या बात है तुम्हारी, ओ गौरी सूत गणराजा, गणनायक गजमुख धारी ॥

Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP