गल दिल वाली तेनु माये केहन आये आ, चल मेरे नाल तेनु लेन आये आ
बात छोटी है सर को हिला दीजिये, पाँव अपना प्रभुजी धुला लीजिये, हम है अनपढ़ कोई भूल हो ही गयी
तेरी चोखट शीश झुकाना, आस है तेरा दर्शन पाना, कभी तू भी मेरे घर आना जाना, तू यूँ ही बुलाना दातिए, मै चाहूं सदा दर तेरे आना, तू यूँ ही बुलाना दातिए ॥
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार। तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार । पवनसुत विनती बारम्बार...
नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, अष्टमी तथा शुक्रवार को गाए जाने वाले प्रसिद्ध माता के भजन..