Shri Ram Bhajan

नैया मझधार मेरी, टूटी पतवार मेरी: भजन (Naiya Majhdhar Meri Tuti Patwar Meri)


नैया मझधार मेरी, टूटी पतवार मेरी: भजन
नैया मझधार मेरी,
टूटी पतवार मेरी,
बन के तू मांझी,
आजा श्याम मेरे ॥
बन के सहारा मुझे,
पार उतार दे,
बिगड़ी ये ज़िंदगानी,
इसको संवार दे,
नैया चलाऊं कैसे,
पार लगाऊं कैसे,
बन के तू मांझी,
आजा श्याम मेरे ॥

आता नहीं है मुझको,
तूफ़ान से खेलना,
वश में नहीं है मेरे,
हिचकोले झेलना,
आशा टूटेगी मेरी,
नैया डूबेगी मेरी,
बन के तू मांझी,
आजा श्याम मेरे ॥

कर के दया मुझको,
भंवर से निकाल दे,
बनवारी नाव मेरी,
किनारे पे डाल दे,
होगा एहसान तेरा,
करदे कल्याण मेरा,
बन के तू मांझी,
आजा श्याम मेरे ॥

नैया मझधार मेरी,
टूटी पतवार मेरी,
बन के तू मांझी,
आजा श्याम मेरे ॥

Naiya Majhdhar Meri Tuti Patwar Meri in English

Naiya Majhdhar Meri, Tuti Patwar Meri, Ban Ke Tu Manjhi, Aaja Shyam Mere ॥
यह भी जानें

Bhajan Shri Krishna BhajanBhrij BhajanBal Krishna BhajanLaddu Gopal BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanShri Shyam BhajanIskcon BhajanPhagun Mela BhajanRadhashtami Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

शिव शंकर तुम कैलाशपति: भजन

शिव शंकर तुम कैलाशपति, है शीश पे गंग विराज रही, शिव शंकर तुम कैलाश-पति, है शीश पे गंग विराज रही ॥

राम भजन - राम का रत जगा, रत जगा राम का

राम का रत जगा, रत जगा राम का, गाओ बधाई शुभ घडी आयी, पलं पलं निसदिन हो राहा सुमिरन..

मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ: भजन

मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ, दोनों मैया बड़ी प्यारी है । एक माता मेरी जननी है, एक जग की पालनहारी है ॥

तेरे चरणों में सर को, झुकाता रहूं: भजन

तेरे चरणों में सर को, झुकाता रहूं, तू बुलाता रहे, और मैं आता रहूं ॥

लौट के आजा नंद के दुलारे - भजन

लौट के आजा नंद के दुलारे, उम्मीद लगाए, ना जाने मेरो, लाला कब आए ॥

खुल गये सारे ताले वाह क्या बात हो गयी: भजन

खुल गये सारे ताले वाह क्या बात हो गयी, जबसे जन्मे कन्हैया करामात हो गयी, था घनघोर अँधेरा कैसी रात हो गयी, जबसे जन्मे कन्हैया करामात हो गयी ॥

डगमग डोले जीवन नैया बीच फँसी मझधार - भजन

डगमग डोले जीवन नैया बीच फँसी मझधार, पार लगा दे खाटू वाले थाम के तू पतवार..

Aditya Hridaya Stotra - Aditya Hridaya Stotra
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP