गुरु मेरी पूजा गुरु गोबिंद, गुरु मेरा पारब्रह्म, गुरु भगवंत, गुरु मेरा देव अलख अभेव...
शुक्राना तेरा, हर पल दा, ओ दातिया, शुक्राना तेरा ll, जो भी, मेरे पास है वोह ll नज़राना तेरा, हर पल दा, ओ दातिया ll
मेरे राम राइ, तूं संता का संत तेरे ॥ तेरे सेवक कउ भउ किछु नाही, जमु नही आवै नेरे ॥
मेरे सतगुरु दीन दयाल, मैं तेरा नाम जपा करूं, गुरु रविदास महाराज, मैं तेरा नाम जपा करूं..
गुरुवाणी शब्द कीर्तन: सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल हैं, जिथे किथे मैनु लै छडाइ, तिस गुरु कौ हौ वारिया,..
आनंद ही आनंद बरस रहा, बलिहारी ऐसे सद्गुरु की । धन भाग्य हमारे आज हुए..
प्रभु जी तुम संगति सरन तिहारी। जग-जीवन राम मुरारी॥ गली-गली को जल बहि आयो...