Shri Krishna Bhajan

राम राज फिर आया है: भजन (Ram Raj Fir Aya Hai)


राम राज फिर आया है: भजन
श्री राम राज फिर आया है,
मन्दिर वहीं बनाया है ॥
रावण था असुरों का राजा,
असत्य झूँठ था उसका काजा,
मिल गया जब सत्य स्वरुपा,
रावण को दे दिया धाम अनूपा,
सदा हुई है सत्य की जीत,
कैसे टूटेगी ये रीत,
समय ने फिर दोहराया है,
मन्दिर वहीं बनाया है ॥

तीन रंग से बना तिरंगा,
सबसे ऊपर भगवा रंगा,
सत्य सनातन धर्म है ऊपर,
सारे धर्म है इसके अंदर,
कब तक सत्य से भागोगे,
एक ना एक दिन जागोगे,
मथुरा काशी बकाया है,
मन्दिर वहीं बनाया है ॥

फूलों से सजी है आज अयोध्या,
दीपों से जगमग आज अयोध्या,
खाली न गई भक्तों की कुर्बानी,
स्वर्णिम अक्षर से लिखी कहानी,
अभिनन्दन सबका करे द्वार पर,
बजरंग बली को मनाया है,
मन्दिर वहीं बनाया है ॥

Ram Raj Fir Aya Hai in English

Shree Ram Raj Fir Aaya Hai, Mandir Wahi Banaya Hai ॥
यह भी जानें

Bhajan Shri Ram BhajanShri Raghuvar BhajanRam Navmi BhajanSundarkand BhajanRamayan Path BhajanVijayadashami BhajanRam Sita Vivah BhajanMorning BhajanDainik BhajanDaily BhajanInstrumental BhajanRahul Pandit Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

बाबा बालकनाथ जी जीवे मेरा जोगी सोणा

मेरे जोगी वरगा कोई ना, मेरे जोगी वरगा कोई ना, मेरे जोगी वरगा कोई ना, मेरे जोगी वरगा कोई ना।

नामवली: रामायण मनका 108

भीड़ पड़ी जब भक्त पुकारे । दूर करो प्रभु दु:ख हमारे ॥ दशरथ के घर जन्मे राम ...

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी - भजन

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी, निर्जल रहकर निश्छल मन से, नित ध्यान प्रभू का धरती थी ..

कन्हैंया तुम मत बनना भगवान - भजन

कन्हैया तुम मत बनना भगवान, मैं भी बालक तु भी बालक

मूषक सवारी लेके, आना गणराजा: भजन

मूषक सवारी लेके, आना गणराजा, रिद्धि सिद्धि को ले आना, आके भोग लगाना, मेरे आंगन में, आंगन में, मुषक सवारी लेके, आना गणराजा ॥

भर दों झोली मेरी गणराजा: भजन

अब तो सुन ले मेरी हो गणराजा, आ लगा ले तू मुझको भी दिल से, जब तलक तू मिला दे ना बिछड़ी, दर से तेरे न जाए सवाली, भर दों झोली मेरी गणराजा, लौटकर मै ना जाऊंगा खाली ॥

गणपति राखो मेरी लाज - भजन

गणपति राखो मेरी लाज, पूरण करियो मेरे काज, गणपति राखो मेरी लाज..

Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP