दिवाली  2025 - Diwali 2025

राष्ट्रगान - जन गण मन (National Anthem - Jana Gana Mana)


जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता,
पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग,
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग,
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे,
गाहे तव जय गाथा ॥
जन गण मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता,
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे ॥

National Anthem - Jana Gana Mana in English

National Anthem - Jana Gana Mana
यह भी जानें
राष्ट्र-गान के बारे में कुछ तथ्य

रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित, 'जन-गण-मन' हमारे देश भारत का राष्ट्र-गान है।

राष्ट्र गान जन-गण-मन को किसने लिखा?
रवीन्द्रनाथ टैगोर।

राष्ट्र गान को सर्वप्रथम कब गाया गया था?
27 दिसम्बर 1911 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में।


राष्ट्र गान को राष्ट्रगान के रूप में कब अपनाया गया?
24 जनवरी, 1950 को।

राष्ट्र गान गाने में लगभग कितना समय लगता है?
52 सेकण्ड।

Bhajan Vedic BhajanVed BhajanSchool BhajanCollage BhajanMatrabhomi BhajanDesh Bhakti BhajanPatriotic BhajanAryan Janata Inter College BhajanIndependence Day BhajanRepublic Day Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

सजा दो घर को गुलशन सा - भजन

सजा दो घर को गुलशन सा, अवध मे राम आए है, मेरे सरकार आए हैं..

नाकोड़ा के भैरव तुमको आना होगा - भजन

नाकोड़ा के भैरव तुमको आना होगा, डम डम डमरू बजाना होगा । हम भक्तों को दरश दिखाना होगा..

भजन: तुम से लागी लगन.. पारस प्यारा

जैन भजन: तुम से लागी लगन, ले लो अपनी शरण, पारस प्यारा, मेटो मेटो जी संकट हमारा । निशदिन तुमको जपूँ...

सारे मिल के खुशियां मनाओ आई दिवाली आई - भजन

सारे मिल के खुशियां मनाओ आई दिवाली आई, नाचो गाओ धूम मचाओ लक्ष्मी जी घर आई

श्री गोवर्धन महाराज आरती

श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ । तोपे पान चढ़े, तोपे फूल चढ़े...

नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो - भजन

नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो । और चरण हो राघव के..

आज अयोध्या की गलियों में, घुमे जोगी मतवाला: भजन

आज अयोध्या की गलियों में, घुमे जोगी मतवाला, अलख निरंजन खड़ा पुकारे, देखूंगा तेरा लाला ॥

Ram Bhajan - Ram Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP