Shri Krishna Bhajan

गणेश अंग पूजा मंत्र (Ganesha Anga Puja Mantra)


सनातन पूजा पद्धति में अंग पूजा किसी भी देव पूजा अनुष्ठान का अभिन्न अंग है। श्री गणेश पूजा के दौरान, भक्त भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का प्रयोग अंग पूजा के लिए करते हैं। इसके अंतर्गत अंग पूजा में भगवान श्री गणेश के शरीर के प्रत्येक महत्वपूर्ण अंग की पूजा पवित्र मंत्र जाप के साथ करने का विधान है।
गणेशोत्सव के दौरान आने वाली गणेश चतुर्थी को भक्त भगवान श्री गणेश की विभिन्न पूजाओं के साथ साथ श्री गणेश अंग पूजा भी करते हैं।

भगवान श्री गणेश अंग पूजा मंत्र
❀ ॐ गणेश्वराय नमः - पादौ पूजयामि ।
❀ ॐ विघ्नराजाय नमः - जानुनि पूजयामि ।
❀ ॐ आखुवाहनाय नमः - ऊरूः पूजयामि ।
❀ ॐ हेरम्बाय नमः - कटि पूजयामि ।
❀ ॐ कामरी सूनवे नमः - नाभिं पूजयामि ।
❀ ॐ लम्बोदराय नमः - उदरं पूजयामि ।
❀ ॐ गौरीसुताय नमः - स्तनौ पूजयामि ।
❀ ॐ गणनाथाय नमः - हृदयं पूजयामि ।
❀ ॐ स्थूल कण्ठाय नमः - कण्ठं पूजयामि ।
❀ ॐ पाश हस्ताय नमः - स्कन्धौ पूजयामि ।
❀ ॐ गजवक्त्राय नमः - हस्तान् पूजयामि ।
❀ ॐ स्कन्दाग्रजाय नमः - वक्त्रं पूजयामि ।
❀ ॐ विघ्नराजाय नमः - ललाटं पूजयामि ।
❀ ॐ सर्वेश्वराय नमः - शिरः पूजयामि ।
❀ ॐ गणाधिपताय नमः - सर्वाङ्गाणि पूजयामि ।

Ganesha Anga Puja Mantra in English

❀ Om Ganeshwaraya Namah, Paadou Poojayaami - Legs ❀ Om Vighnarajaya Namah, Jaanuni Poojayaami - Knee
यह भी जानें

Mantra Shri Ganesh MantraShri Vinayak MantraGanpati MantraGanpati Bappa MantraGaneshotsav MantraGajanan MantraGanesh Chaturthi Mantra

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मंत्र ›

श्री राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे

श्री राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे । सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने ॥

श्री राम रक्षा स्तोत्रम्

चरितं रघुनाथस्य शतकोटि प्रविस्तरम् । एकैकमक्षरं पुंसां महापातकनाशनम् ॥ ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीवलोचनम् ..

कमल नेत्र स्तोत्रम्

श्री कमल नेत्र कटि पीताम्बर, अधर मुरली गिरधरम । मुकुट कुण्डल कर लकुटिया, सांवरे राधेवरम ॥ कूल यमुना धेनु आगे..

अन्नपूर्णा स्तोत्रम्

नित्यानन्दकरी वराभयकरी सौन्दर्यरत्नाकरी, निर्धूताखिलघोरपावनकरी प्रत्यक्षमाहेश्वरी।

वक्रतुण्ड महाकाय - गणेश मंत्र

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

अष्टोत्तर भैरव नामावलि

अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्: श्री भैरव जी के कल्याणकारी 108 नाम/नामावलि - ॐ भैरवाय नमः, ॐ भूतनाथाय नमः...

हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम - मंत्र

हनुमान जी के 12 नाम | हनुमान द्वादश नाम | हनुमानद्वादशनाम स्तोत्र | Hanumaan 12 naam |

Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP