Shri Ram Bhajan

बालाजी म्हारे आंगणिये पधारो: भजन (Balaji Mhare Aanganiye Padharo)


बालाजी म्हारे आंगणिये पधारो: भजन
बालाजी म्हारे आंगणिये पधारो,
थारे भक्ता ने दरश दिखाओ,
म्हारा सालासर धणी ॥
बालाजी थारे लाल लंगोटा सोहे,
थारे हाथ में घोटो सोहे,
म्हारा सालासर धणी ॥

चैत्र सुदी पूनम को मेलो भारी,
आवे है भगत अपार,
म्हारा सालासर धणी ॥

बालाजी थारी घर घर जोत जगावा,
थारी महिमा गाए सुनवा,
म्हारा सालासर धणी ॥

बालाजी थने घृत सिंदूर चढ़ावा,
कोई मंगल शनिवार,
म्हारा सालासर धणी ॥

‘अलबेला’ थारी महिमा गा सुनावे,
‘इलू’ चरणा में शीश झुकावे,
म्हारा सालासर धणी ॥

बालाजी म्हारे आंगणिये पधारो,
थारे भक्ता ने दरश दिखाओ,
म्हारा सालासर धणी ॥

Balaji Mhare Aanganiye Padharo in English

Balaji Mhare Aanganiyo Padharo, Thare Bhakta Ne Darash Dikhao, Mhara Salasar Dhani ॥
यह भी जानें

Bhajan Hanuman BhajanBalaji BhajanBajrangbali BhajanHanuman Janmotsav BhajanHanuman Jyanti BhajanMangalwar BhajanTuesday BhajanHanuman Path BhajanSundar Kand Path Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

जय बजरंग बलवान हनुमाना - भजन

जय बजरंग बलवान हनुमाना, तेरे बिना ना हो कल्याणा।

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं - भजन

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं। चरणारविन्दमहं भजे, भजनीय सुरमुनि दुर्लभं..

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है - भजन

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ॥

भजो रे भैया, राम गोविंद हरि: भजन

भजो रे भैया, राम गोविंद हरि, राम गोविंद हरि, भजो रे भईया, राम गोविंद हरि ॥

हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार - भजन

हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार, भर दे झोली सबकी, तेरे पूर्ण भंडार..

बता तेरे मुख को कौन खोलता है - भजन

बता तेरे मुख को कौन खोलता है, तू बोलता है या तेरा मोह बोलता है, ये मैं मैं की आवाज आती कहा से..

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना: भजन

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना, जउने सुख बा ससुरारी में, तउने सुखवा कहूं ना, ऐ पहुना एही मिथिले में रहु ना ॥

Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP