आई सिंघ पे सवार: भजनआई सिंघ पे सवार, मईया ओढ़े चुनरी, ओढ़े चुनरी, मईया ओढ़े चुनरी , आई सिंघ पे सवार मईया ॥
तेरी भक्ति का है कमाल मेरी मां: भजनसब मुझेे पूछते हैं क्यों मैं इतना मुस्कुराऊं, मेरी मां का है यह प्यार जितना चाहूं बढ़के पाऊं, सदा दुख से मैं रहूं बेख्याल मेरी मां,
सब तेरी भक्ति, तेरा लाल हो गया है निहाल मेरी मां ॥
तोरे ऊंचे भुवन बने मात भवानी: भजनतोरे ऊंचे भुवन बने मात भवानी, मोर नचत है बागों में ॥ माँ के मंदिर पे कंचन कलश धरे, वहां चन्दन के जड़े है किवाड़ भवानी,
मोर नचत है बागों में ॥
मैया सुनले मेरी अरदास: भजनमैया सुनले मेरी अरदास, सहारा मुझे दे दातिए, मैं भी हार के आया तेरे पास, सहारा मुझे दे दातिए, मैया सुनलें मेरी अरदास, सहारा मुझे दे दातिए ॥