Shri Krishna Bhajan

फागुन की रुत फिर से आई, खाटू नगरी चालो: भजन (Fagun Ki Rut Phir Se Aayi Khatu Nagri Chalo)


फागुन की रुत फिर से आई, खाटू नगरी चालो: भजन
फागुन की रुत फिर से आई,
खाटू नगरी चालो,
श्याम निशान उठालो,
श्याम कुंड के पावन जल में,
चलके डुबकी लगालो,
श्याम निशान उठालो ॥
गाँव-गाँव और शहर-शहर से,
तेरी प्रेमी जाते,
लाखों-लाखों रंग-बिरंगे,
श्याम ध्वजा लहराते,
श्याम का जयकारा करते,
करते खाटू को चालो,
श्याम निशान उठालो ॥

श्याम हवेली तक रींगस से,
लंबी लगी कतारें,
फागुन मेला आया भक्तों,
बाबा हमे पुकारे,
लड्डू-मेवे और इत्र का,
भोग श्याम को चढालो,
श्याम निशान उठालो ॥

ये मौका बड़भागी उठावे,
खाटू नगरी जावे,
सांवरिये का दर्शन करके,
माल-खजाना पावे,
अब भी समय है टिकट करा लो,
भाग्य ‘कुणाल’ जगालो ॥

फागुन की रुत फिर से आई,
खाटू नगरी चालो,
श्याम निशान उठालो,
श्याम कुंड के पावन जल में,
चलके डुबकी लगालो,
श्याम निशान उठालो ॥

Fagun Ki Rut Phir Se Aayi Khatu Nagri Chalo in English

Fagun Ki Rut Phir Se Aayi, Khatu Nagri Chalo, Shyam Nishan Uthalo, Shyam Kund Ke Pawan Jal Mein, Chalke Dubki Lagalo, Shyam Nishani Uthalo ॥
यह भी जानें

Bhajan Shri Krishna BhajanBhrij BhajanBal Krishna BhajanLaddu Gopal BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanShri Shyam BhajanIskcon BhajanPhagun Mela BhajanRadhashtami Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

भज गोविन्दम्, भज गोविन्दम् - भजन

भज गोविन्दम् भज गोविन्दम्, गोविन्दं भज मूढ़मते..

मुरली बजा के मोहना - भजन

मुरली बजा के मोहना, क्यों कर लिया किनारा। अपनों से हाय कैसा...

पवनसुत राम के प्यारे हो:भजन

पवनसुत राम के प्यारे हो, पवनसुत राम के प्यारे हो ये कहती दुनियाँ सारी है, तेरे जैसा और ना कोई संकट हारी है,
पवनसुत राम के प्यारे हो, पवनसुत राम के प्यारे हो ये कहती दुनियाँ सारी है, पवनसुत राम के प्यारे हो ॥

तुम भी बोलो गणपति, और हम भी बोले गणपति - भजन

मानिये पहले गजानन, गजवदन हे गणपति, जिसने भी दिल से पुकारा, दुखहरण हे गणपति, जिसने भी दिल से पुकारा, दुखहरण हे गणपति, तुम भी बोलो गणपति, और हम भी बोले गणपति ॥

अपना है सेठ गणपति लाला: भजन

शिव शंकर सूत देव गणपति, देवो में बलकारी, सबसे पहले तेरा सुमिरण, करती दुनिया सारी, देवो में देव है निराला, अपना है सेठ गणपति लाला, अपना है सेठ गणपति लाला ॥

गौरी के लाड़ले - भजन

गौरी के लाड़ले, महिमा तेरी महान, करता है सबसे पहले, पूजा तेरी जहान, गौरी के लाडले, महिमा तेरी महान ॥

पधारों म्हारे अंगना जी - भजन

आओ आओ गणपति महाराज, पधारों म्हारे अंगना जी, कबसे रस्ता रहे है निहार, कबसे रस्ता रहे है निहार, पधारों म्हारे अंगना जी, आओ आओ देवों के सरताज, पधारों म्हारे अंगना जी ॥

Shri Krishna Bhajan - Shri Krishna Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP