Shri Krishna Bhajan

मैं तो लाइ हु मोदक भर थाल रे : भजन (Main To Laai Hu Modak Bhar Thal Re)


मैं तो लाइ हु मोदक भर थाल रे : भजन
मैं तो लाइ हु मोदक भर थाल रे स्वीकार करो गणराज जी,
नमो नमो गणराज जी नमो नमो महाराज जी ॥
माथे तिलक सिंदूर विराजे गल मोतियन का हार है,
सब के संकट हरने वाले महिमा तेरी अपार है,
मैं तो लाइ हु मोदक भर थाल रे ॥

तीन लोक के स्वामी हो तुम तुम्हारा पावन धाम है,
कहते है मात पिता की सेवा में ही आठो याम है,
मैं तो लाइ हु मोदक भर थाल रे ॥

लाल भाग के ओ गणराजा देवो के सरताज हो,
तुमरे जाप से आये न वादा पुराण करते काज हो,
मैं तो लाइ हु मोदक भर थाल रे ॥
BhaktiBharat Lyrics

निर्बल को बल निर्धन को धन देने वाले नाथ हो,
सिर पे तेरा हाथ रहे और हर पल तेरा साथ हो,
मैं तो लाइ हु मोदक भर थाल रे ॥

Main To Laai Hu Modak Bhar Thal Re in English

Main To Laai Hu Modak Bhar Thal Re Swikar Karo Ganraj Ji, Namo Namo Ganraj Ji Namo Namo Maharaj Ji ॥
यह भी जानें

Bhajan Shri Ganesh BhajanShri Vinayak BhajanGanpati BhajanGanpati Bappa BhajanGaneshotsav BhajanChaturthi BhajanGanesh Chaturthi BhajanRajasthani BhajanGrah Pravesh Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

जय बजरंग बलवान हनुमाना - भजन

जय बजरंग बलवान हनुमाना, तेरे बिना ना हो कल्याणा।

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं - भजन

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं। चरणारविन्दमहं भजे, भजनीय सुरमुनि दुर्लभं..

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है - भजन

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ॥

भजो रे भैया, राम गोविंद हरि: भजन

भजो रे भैया, राम गोविंद हरि, राम गोविंद हरि, भजो रे भईया, राम गोविंद हरि ॥

हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार - भजन

हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार, भर दे झोली सबकी, तेरे पूर्ण भंडार..

बता तेरे मुख को कौन खोलता है - भजन

बता तेरे मुख को कौन खोलता है, तू बोलता है या तेरा मोह बोलता है, ये मैं मैं की आवाज आती कहा से..

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना: भजन

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना, जउने सुख बा ससुरारी में, तउने सुखवा कहूं ना, ऐ पहुना एही मिथिले में रहु ना ॥

Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP