Download Bhakti Bharat APP

भजन: शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है। (Shiv Uthat Shiv Chalat Shiv Sham Bhor Hai)


भजन: शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है।
शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है।
शिव बुद्धि, शिव चित्त, शिव मन विभोर है॥ ॐ ॐ ॐ...
शिव रात्रि, शिव दिवस, शिव स्वप्न-शयन है।
शिव काल, शिव कला, शिव मास-अयन है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव शब्द, शिव अर्थ, शिवहि परमार्थ है।
शिव कर्म, शिव भाग्य, शिवहि पुरुषार्थ है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव स्नेह, शिव राग, शिवहि अनुराग है।
शिव कली, शिव कुसुम, शिवहि पराग है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव भोग, शिव त्याग, शिव तत्व-ज्ञान है।
शिव भक्ति, शिव प्रेम, शिवहि विज्ञान है॥ ॐ ॐ ॐ...

शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष, शिव परम साध्य है।
शिव जीव, शिव ब्रह्म, शिवहि आराध्य है॥ ॐ ॐ ॐ...

Read Also:
» कब, कैसे, कहाँ मनाएँ शिवरात्रि? | द्वादश(12) शिव ज्योतिर्लिंग!
» दिल्ली और आस-पास के प्रसिद्ध शिव मंदिर - Famous Shiv Mandir of Delhi NCR
» दिल्ली और आस-पास के मंदिरों मे शिवरात्रि की धूम-धाम - Temple celebrates Shivratri in Delhi NCR
» आरती: श्री शिव, शंकर, भोलेनाथ | चालीसा: श्री शिव जी | भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ

Shiv Uthat Shiv Chalat Shiv Sham Bhor Hai in English

Shiv Uthat, Shiv Chalat, Shiv Sham-Bhor Hai। Shiv Buddhi, Shiv Chitt, Shiv Man Vibhor Hai॥ ॐ
यह भी जानें

Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanTerash BhajanTriyodashi Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने - भजन

रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है, जो पेड़ हमने लगाया पहले...

राम को देख कर के जनक नंदिनी: भजन

राम को देख कर के जनक नंदिनी, बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी। यज्ञ रक्षा में जा कर के मुनिवर के संग...

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की - माँ संतोषी भजन

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की। जय जय संतोषी माता जय जय माँ॥

मैया ओढ़ चुनरिया लाल, के बैठी कर सोलह श्रृंगार: भजन

मैया ओढ़ चुनरिया लाल, के बैठी कर सोलह श्रृंगार, बड़ी प्यारी लागे, बड़ी सोणी लागे, बड़ी प्यारी लागे, बड़ी सोणी लागे ॥

सुन मेरी मात मेरी बात - भजन

सुन मेरी मात मेरी बात, छानी कोणी तेरे से, आँखड़ली चुराके मैया, जासी कठे मेरे से ॥

माँ तू है अनमोल: भजन

माँ तू है अनमोल, जो जाने मेरे बोल, माँ तेरा ना कोई मोल, तू तो प्रेम की मूरत है, माँ तू प्रेम की मूरत है ॥

तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये - भजन

साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार। तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Durga Chalisa - Durga Chalisa
×
Bhakti Bharat APP