लग जाएगी लगन धीरे धीरे,
मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
करले भरोसा मैया पे प्यारे,
छोड़ दे झूठे जग के सहारे,
जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,
जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
ज्ञानू सरिका करले समर्पण,
चरणों में कर दे खुद को तू अर्पण,
धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,
धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
दिल को लगा ले चरणों में प्यारे,
‘हर्ष’ रहेगी संग ये तुम्हारे,
महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,
महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
लग जाएगी लगन धीरे धीरे,
मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें ॥
दुर्गा चालीसा |
आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी |
आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली |
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् |
माता के भजनअगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया
शेयर,
लाइक या
कॉमेंट जरूर करें!
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।