Shri Ram Bhajan

ओंकार स्वरूपा सदगुरु समर्था (Omkar Swarupa Sadguru Samartha)


ओंकार स्वरूपा सदगुरु समर्था
ओंकार स्वरूपा सदगुरु समर्था
अनाथाच्या नाथा तुज नमो॥ धृ ॥
नमो मायबापा गुरु कृपाघना
तोडी या बंधना मायामोहा
मोहोजाल माझे कोण निरशील
तुजविण दयाला सदगुरुराया॥ 1 ॥

सदगुरु राया माझा आनंदसागर
त्रैलोक्या आधार गुरुराव
गुरुराव स्वामी असे स्वयंप्रकाश
ज्यापुढे उदास चंद्र, रवी
रवी, शशी, अग्नी नेणती ज्या रुपा
स्वप्रकाश रुपा नेणे वेद ॥ 2 ॥

एका जनार्दनी गुरु परब्रम्ह
तयाचे पै नाम सदा मुखी ॥ 3 ॥

Omkar Swarupa Sadguru Samartha in English

Omkar Swarupa Sadguru Samartha, Anathachya Natha Tuj Namo
यह भी जानें

Bhajan Vighneswaray BhajanShri Ganesh BhajanSuresh Wadkar BhajanShri Vinayak BhajanGanpati BhajanGanpati Bappa BhajanGaneshotsav BhajanGajanan BhajanGanesh Chaturthi BhajanChaturthi Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

हो हो बालाजी मेरा संकट काटो ने - भजन

हो हो बालाजी मेरा संकट काटो ने, हो इधर उधर न डोल रहया, मेरे दिल ने डाटो न..

चलो चलो रे बागेश्वर धाम बैठे बालाजी: भजन

चलो चलो रे बागेश्वर धाम बैठे बालाजी। बालाजी देखो बालाजी। जन-जन का करें कल्याण देखो बालाजी।

राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी - भजन

राम भक्त ले चला रें, राम की निशानी, शीश पर खड़ाऊँ, अखियों में पानी, राम भक्त लें चला रे, राम की निशानी ॥

दुनिया मे देव हजारो हैं बजरंग बली का क्या कहना

दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना, इनकी शक्ति का क्या कहना..

बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना रे: भजन

बिना राम रघुनंदन के, कोई नहीं है अपना रे, जहाँ राम है सच वही, बाकी जगत इक सपना रे, सदा राम रहे राज़ी मुझसे,
कर्म वही मुझे करना है, जहां धर्म है वही राम, मन राम रंग ही रंगना है, बोलो राम जय सिया राम, जय रघुनंदन जय सियाराम ॥

ये जग राम की रचना है: भजन

ये जग राम की रचना है, ये जीवन अद्भुत सपना है, रैन बसेरा मुसाफिर खाना, सबका आना जाना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है ॥

सखी री दो कुंवर सुंदर, मनोहर आज आये है: भजन

सखी री दो कुंवर सुंदर, मनोहर आज आये है, चले दो लाल सजधज कर, ना जाने किसके जाये है, सखी री दो कुँवर सुंदर, मनोहर आज आये है ॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Bhakti Bharat APP