Shri Krishna Bhajan

जय गणेश जय गजवदन, कृपा सिंधु भगवान - भजन (Jai Ganesh Jai Gajvadan Kripa Sindhu Bhagwan)


जय गणेश जय गजवदन,
कृपा सिंधु भगवान ।
मूसक वाहन दीजिये,
ज्ञान बुद्धि वरदान ॥1॥
शिव नंदन गौरी तनय,
प्रथम पूज्य गणराज ।
सकल अमंगल को हरो,
पूरण हो हर काज ॥2॥

हाथ जोड़ विनती करूँ,
देवों के सरताज ।
भव बाधा सब दूर हो,
ऋद्धि सिद्धि गणराज ॥3॥

मंगलकारी देव तुम,
मंगल करो गणेश ।
जग वंदन तुम्हरे करें,
काटो सबका क्लेश ॥4॥

गिरिजा पुत्र गणेश की,
बोलो जय-जयकार ।
गणपति मेरे देव तुम,
देवों के सरकार ॥5॥

मूसक वाहन साजते,
एक दन्त भगवान ।
नमन करूँ गणदेव जी,
आओ बुद्धि निधान ॥6॥

प्रथम पुज्य वन्दन करूँ,
महादेव के लाल ।
ऋद्धि सिद्धि दाता तुम्हीं,
तुम हो दीनदयाल ॥7॥

देवों के सरताज हो,
ज्ञान वान गुणवान ।
गणपति बप्पा मोरिया,
लीला बड़ी महान ॥8॥

तीन लोक चौदह भुवन,
तेरी जय-जयकार ।
हे गणपति गणदेवता,
हर लो दुःख अपार ॥9॥

सुर नर मुनि सब हैं भजे,
तुमको हे शिव लाल ।
प्रमुदित माता पार्वती,
जय हो दीन दयाल ॥10॥

कैलाशी शिव सुत सुनो,
करो भक्त कल्याण ।
सब जन द्वारे आ खड़ा,
आज बचालो प्राण ॥11॥

महादेव के लाल तुम,
सभी झुकाते शीष ।
हम निर्धन लाचार हैं,
दो हमको आशीष ॥12॥

गणनायक हे शंभु सुत,
विघ्न हरण गणराज ।
सकल क्लेश संताप को,
त्वरित मिटा दो आज ॥13॥

वक्रतुंड शुचि शुंड है,
तिलक त्रिपुंडी भाल ।
छबि लखि सुर नर आत्मा,
शिव गौरी के लाल ॥14॥

उर मणिमाला शोभते,
रत्न मुकुट सिर साज ।
मोदक हाथ कुठार है,
सुन्दर मुख गणराज ॥15॥

पीताम्बर तन पर सजे,
चरण पादुका धार ।
धनि शिव ललना सुख भवन,
मेरे तारणहार ॥16॥

ऋद्धि सिद्धि पति शुभ सदन,
महिमा अमिट अपार ।
जन्म विचित्र चरित्र है,
मूसक वाहन द्वार ॥17॥

एक रदन गज के बदन,
काया रूप विशाल ।
पल में हरते दुःख को,
हे प्रभु दीन दयाल ॥18॥

माता गौरा के तनय,
ज्ञान बुद्धि भण्डार ।
गहे शरण प्रभु राखिये,
हम हैं दीन अपार ॥19॥

शिवा शंभु के लाल तुम,
करुणा बड़े निधान ।
विपदा में संसार है,
हरो कष्ट भगवान ॥20॥
- बोधन राम निषादराज `विनायक`

Jai Ganesh Jai Gajvadan Kripa Sindhu Bhagwan in English

Jai Ganesh Jai Gajvadan, Kripa Sindhu Bhagwan । Mushak Vahan Deejiye, Gyan Buddhi Vardan ॥
यह भी जानें

Bhajan Shri Ganesh BhajanShri Vinayak BhajanGanpati BhajanGanpati Bappa BhajanGaneshotsav BhajanGajanan BhajanGanesh Chaturthi BhajanChaturthi Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

जय जयकार करो माता की - माता भजन

जय जयकार माता की, आओ शरण भवानी की, एक बार फिर प्रेम से बोलो, जय दुर्गा महारानी की

तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये - भजन

साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार। तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।

मैं बालक तू माता शेरां वालिए - भजन

मैं बालक तू माता शेरां वालिए, है अटूट यह नाता शेरां वालिए...

आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा - भजन

नवरात्रि भजन, आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा। दिल ने पुकारा तू है मेरा सहारा माँ।।

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है - भजन

चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है। ऊँचे पर्वत पर रानी माँ ने दरबार लगाया है।

मन लेके आया, माता रानी के भवन में - भजन

मन लेके आया, माता रानी के भवन में, बड़ा सुख पाया, बड़ा सुख पाया...

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की - माँ संतोषी भजन

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की। जय जय संतोषी माता जय जय माँ॥

Durga Chalisa - Durga Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP