Shri Krishna Bhajan

जो राम का नहीं, किसी काम का नहीं: भजन (Jo Ram Ka Nahi Kisi Kaam Ki Nahi)


जो राम का नहीं, किसी काम का नहीं: भजन
वो नमस्ते दुआ और,
सलाम का नहीं,
जो राम का नहीं,
किसी काम का नहीं ॥
दुनिया के लोग हमें,
कितना भी कोसे,
रहते है मस्त हम,
राम के भरोसे,
डर हमको किसी,
परिणाम का नहीं,
जो राम का नही,
किसी काम का नहीं ॥

राम जी के सेवक तो,
वो ही असल है,
जो राम से ही शीतल,
और राम से सरल है,
लोभ उसे रुतबे और,
नाम का नहीं,
जो राम का नही,
किसी काम का नहीं ॥

छोटी सी बात तुम्हे,
‘सोनू’ बताएं,
जो राम को रिझाए,
वही हनुमत को भाए,
राम के बिना वो,
हनुमान का नहीं,
जो राम का नही,
किसी काम का नहीं ॥

वो नमस्ते दुआ और,
सलाम का नहीं,
जो राम का नहीं,
किसी काम का नहीं ॥

Jo Ram Ka Nahi Kisi Kaam Ki Nahi in English

Wo Namaste Dua Aur, Salam Ka Nahi, Jo Ram Ka Nahi, Kisi Kaam Ka Nahi ॥
यह भी जानें

Bhajan Shri Ram BhajanShri Raghuvar BhajanRam Navmi BhajanSita Navmi BhajanHanuman Janmotsav BhajanRam Bhajan BhajanMaryada Purushottam Shri Ram Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

जय बजरंग बलवान हनुमाना - भजन

जय बजरंग बलवान हनुमाना, तेरे बिना ना हो कल्याणा।

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं - भजन

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं। चरणारविन्दमहं भजे, भजनीय सुरमुनि दुर्लभं..

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है - भजन

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ॥

भजो रे भैया, राम गोविंद हरि: भजन

भजो रे भैया, राम गोविंद हरि, राम गोविंद हरि, भजो रे भईया, राम गोविंद हरि ॥

हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार - भजन

हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार, भर दे झोली सबकी, तेरे पूर्ण भंडार..

बता तेरे मुख को कौन खोलता है - भजन

बता तेरे मुख को कौन खोलता है, तू बोलता है या तेरा मोह बोलता है, ये मैं मैं की आवाज आती कहा से..

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना: भजन

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना, जउने सुख बा ससुरारी में, तउने सुखवा कहूं ना, ऐ पहुना एही मिथिले में रहु ना ॥

Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP