Shri Ram Bhajan

कभी दुर्गा बनके, कभी काली बनके - भजन (Kabhi Durga Banke Kabhi Kali Banke)


कभी दुर्गा बनके, कभी काली बनके - भजन
कभी दुर्गा बनके,
कभी काली बनके,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥
ब्रम्हचारिणी रूप में आना,
ब्रम्हचारिणी रूप में आना,
भक्ति हाथ ले के,
शक्ति साथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥

तुम दुर्गा रूप में आना,
तुम दुर्गा रूप में आना,
सिंह साथ ले के,
चक्र हाथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥

तुम काली रूप में आना,
तुम काली रूप में आना,
खप्पर हाथ ले के,
योगिनी साथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥

तुम शीतला रूप में आना,
तुम शीतला रूप में आना,
झाड़ू हाथ ले के,
गधा साथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥

तुम गौरा के रूप में आना,
तुम गौरा के रूप में आना,
माला हाथ ले के,
गणपति साथ ले के,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥

कभी दुर्गा बनके,
कभी काली बनके,
चली आना,
मैया जी चली आना ॥

दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन

Kabhi Durga Banke Kabhi Kali Banke in English

Kabhi Durga Banke, Kabhi Kali Banke, Chali Aana, Maiya Ji Chali Aana ॥
यह भी जानें

Bhajan Navratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanGupt Navratri BhajanMaa Durga BhajanMata BhajanAshtami BhajanMahalaya BhajanAmbe BhajanMaa Jagdambe Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

जय बजरंग बलवान हनुमाना - भजन

जय बजरंग बलवान हनुमाना, तेरे बिना ना हो कल्याणा।

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं - भजन

गोपाल गोकुल वल्लभे, प्रिय गोप गोसुत वल्लभं। चरणारविन्दमहं भजे, भजनीय सुरमुनि दुर्लभं..

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है - भजन

जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है ॥

भजो रे भैया, राम गोविंद हरि: भजन

भजो रे भैया, राम गोविंद हरि, राम गोविंद हरि, भजो रे भईया, राम गोविंद हरि ॥

हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार - भजन

हम सब मिलके आये, दाता तेरे दरबार, भर दे झोली सबकी, तेरे पूर्ण भंडार..

बता तेरे मुख को कौन खोलता है - भजन

बता तेरे मुख को कौन खोलता है, तू बोलता है या तेरा मोह बोलता है, ये मैं मैं की आवाज आती कहा से..

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना: भजन

ए पहुना एही मिथिले में रहु ना, जउने सुख बा ससुरारी में, तउने सुखवा कहूं ना, ऐ पहुना एही मिथिले में रहु ना ॥

Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP